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चित्रकूटः प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से गृहणियों के चेहरे में आई मुस्कान

यूपी के चित्रकूट में उज्जवला योजना के तहत 1 लाख 7 हजार 418 गैस कनेक्शन का वितरण किया जा चुका है. इस के लिए जिले में गैस एजेंसियों को गैस सिलेंडर वितरण करने के लिए नियुक्त किया गया है.

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उज्जवला योजना के तहत मिला गैस कनेक्शन.
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Published : Jan 29, 2020, 5:22 AM IST

चित्रकूटः प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना गरीब भारत के गरीब परिवार महिलाओं के चेहरे पर खुशी लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने 1 मई 2016 को शुरू की थी. इस योजना से चित्रकूट की गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन मिल रहे हैं. इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खाना पकाने के लिए उपयोग में लाने वाले जीवाश्म ईंधन की जगह एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देना है.

प्रधानमंत्री उज्जवला योजना.

उत्तर प्रदेश के बलिया से शुरू हुई इस उज्जवला योजना के 4 साल पूरे होने को आए हैं. इन 4 सालों में इस योजना का लाभ पा रही ग्रामीण महिलाओं के जीवन में काफी बदलाव आया है. ग्रामीण अंचलों की कई महिलाओं को पारंपरिक चूल्हे से निजात मिली है. तो वहीं इनकी जिंदगी और भी सरल हो गई है.

चित्रकूट जनपद में जुलाई 2016 से शुरू हुई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2011 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार गैस वितरण किया गया. जंगल से लगे 5 किलोमीटर की परिधि के गांव में सभी ग्रामीणों को लाभार्थी मानकर इसका लाभ दिया गया है. सिर्फ कामदगिरि गैस एजेंसी सर्विस ने 1200 गैस कनेक्शन का वितरण किया.

इसे भी पढ़ें- चित्रकूट: खदान की सुरक्षा में तैनात गनरों ने की हर्ष फायरिंग, वीडियो वायरल

जिले में 13 गैस एजेंसी उज्ज्वला गैस सिलेंडर के वितरण में लगी हैं. इसमें इंडियन गैस, भारत गैस और हिंदुस्तान गैस सर्विस हैं. सप्लाई इंस्पेक्टर शत्रुघन सिंह ने बताया कि जनपद में 1 लाख 7 हजार 418 गैस कनेक्शन वितरण हो चुका है. चित्रकूट के पिछड़ेपन और गरीबी को देखते हुए पहले के 4 रिफलिंग में उज्ज्वला उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जाने लगी है. उज्जवला योजना के चलते कई गांव अब धुंआ रहित हो चुके हैं.

चित्रकूटः प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना गरीब भारत के गरीब परिवार महिलाओं के चेहरे पर खुशी लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने 1 मई 2016 को शुरू की थी. इस योजना से चित्रकूट की गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन मिल रहे हैं. इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खाना पकाने के लिए उपयोग में लाने वाले जीवाश्म ईंधन की जगह एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देना है.

प्रधानमंत्री उज्जवला योजना.

उत्तर प्रदेश के बलिया से शुरू हुई इस उज्जवला योजना के 4 साल पूरे होने को आए हैं. इन 4 सालों में इस योजना का लाभ पा रही ग्रामीण महिलाओं के जीवन में काफी बदलाव आया है. ग्रामीण अंचलों की कई महिलाओं को पारंपरिक चूल्हे से निजात मिली है. तो वहीं इनकी जिंदगी और भी सरल हो गई है.

चित्रकूट जनपद में जुलाई 2016 से शुरू हुई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2011 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार गैस वितरण किया गया. जंगल से लगे 5 किलोमीटर की परिधि के गांव में सभी ग्रामीणों को लाभार्थी मानकर इसका लाभ दिया गया है. सिर्फ कामदगिरि गैस एजेंसी सर्विस ने 1200 गैस कनेक्शन का वितरण किया.

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जिले में 13 गैस एजेंसी उज्ज्वला गैस सिलेंडर के वितरण में लगी हैं. इसमें इंडियन गैस, भारत गैस और हिंदुस्तान गैस सर्विस हैं. सप्लाई इंस्पेक्टर शत्रुघन सिंह ने बताया कि जनपद में 1 लाख 7 हजार 418 गैस कनेक्शन वितरण हो चुका है. चित्रकूट के पिछड़ेपन और गरीबी को देखते हुए पहले के 4 रिफलिंग में उज्ज्वला उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जाने लगी है. उज्जवला योजना के चलते कई गांव अब धुंआ रहित हो चुके हैं.

Intro:प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना गरीब भारत के गरीब परिवार महिलाओं के चेहरे पर खुशी लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा 1 मई 2016 को शुरू की गई इस योजना से चित्रकूट की गरीब महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन मिल रहे हैं केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से गरीब महिलाओं को मिट्टी के चूल्हे शहजादी मिल रही है इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खाना पकाने के लिए उपयोग में लाने वाले जीवाश्म ईंधन की जगह एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देना है योजना का एक मुख्य उदेश महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना उनकी सेहत की सुरक्षा करना है गरीब महिलाओं सदस्यों को मुक्त रसोई गैस एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराये जा रहे इस योजना को लगभग 3 साल पूरे होने को आए हैं।जहाँ इस गैस कनेक्शन पा कर चित्रकूट की गरीब महिला काफी खुश है।


Body:1 मई 2016 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उत्तर प्रदेश के बलिया से शुरू हुई इस उज्जवला योजना के 4 साल पूरे होने को आए हैं ।इन 4 सालों में इस योजना का लाभ पा रही ग्रामीण महिलाओं के जीवन में काफी बदलाव आया है। ग्रामीण अंचलों की कई महिलाओं को पारंपरिक चूल्हे से निजात मिली है ।तो वहीं इनकी जिंदगी और भी सरल हो गई है ।उज्जवला योजना से इनके जीवन में एक नई शुरुआत हुई है ।गरीब महिलाओं को धुआ रहित रसोई के लिए शुरू की गई उज्ज्वला योजना आज गरीब महिलाओं के पोछ कर उनके चेहरे पर सुकून की मुस्कान बन गई है।

चित्रकूट जनपद में जुलाई 2016 से शुरू हुई प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना 2011 के लिस्ट से शुरू हुआ आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार गैस वितरण हुई थी ।पर स्थानीय सांसद और विधायक द्वारा विशेष परिस्थितियों में जंगल से लगी 5 किलोमीटर की परिधि के गांव में सभी ग्रामीणों को लाभार्थी मानकर इसका लाभ दिया गया है ।सिर्फ कामदगिरि गैस एजेंसी सर्विस ने 1200 गैस कनेक्शन का वितरण किया है।जबकि जिले में 13गैस एजेंसी उज्ज्वल गैस वितरण करने लगी हुई है ।जिसमें इंडियन गैस, भारत गैस और हिंदुस्तान गैस सर्विस जनपद में 1लाख 7 हजार 418 कनेक्शन लगभग 80% गैस वितरण हो चुका है। सरकार द्वारा रेगुलेटर और खाली सिलेंडर पाइप बिल्कुल मुफ्त है ।वही चूल्हा और गैस का पैसा लगभग 1700 गैस सब्सडीज से काटी जाती है ।पर चित्रकूट के पिछड़ेपन और गरीबी को देखते हुए पहले के 4 रिफलिंग में उज्ज्वला उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जाने लगी है ।प्रधान मंत्री की जनकल्याणकारी उज्जवला योजना के चलते कई गांव अब धुंआ रहित हो चुके हैं।

बाइट-नीता (गृहणी)
बाइट-गुलबिया (गृहणी)
बाइट-शत्रुघन सिंह(सप्लाई इस्पेक्टर चित्रकूट )



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