चित्रकूटः प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना गरीब भारत के गरीब परिवार महिलाओं के चेहरे पर खुशी लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने 1 मई 2016 को शुरू की थी. इस योजना से चित्रकूट की गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन मिल रहे हैं. इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खाना पकाने के लिए उपयोग में लाने वाले जीवाश्म ईंधन की जगह एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देना है.
उत्तर प्रदेश के बलिया से शुरू हुई इस उज्जवला योजना के 4 साल पूरे होने को आए हैं. इन 4 सालों में इस योजना का लाभ पा रही ग्रामीण महिलाओं के जीवन में काफी बदलाव आया है. ग्रामीण अंचलों की कई महिलाओं को पारंपरिक चूल्हे से निजात मिली है. तो वहीं इनकी जिंदगी और भी सरल हो गई है.
चित्रकूट जनपद में जुलाई 2016 से शुरू हुई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2011 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार गैस वितरण किया गया. जंगल से लगे 5 किलोमीटर की परिधि के गांव में सभी ग्रामीणों को लाभार्थी मानकर इसका लाभ दिया गया है. सिर्फ कामदगिरि गैस एजेंसी सर्विस ने 1200 गैस कनेक्शन का वितरण किया.
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जिले में 13 गैस एजेंसी उज्ज्वला गैस सिलेंडर के वितरण में लगी हैं. इसमें इंडियन गैस, भारत गैस और हिंदुस्तान गैस सर्विस हैं. सप्लाई इंस्पेक्टर शत्रुघन सिंह ने बताया कि जनपद में 1 लाख 7 हजार 418 गैस कनेक्शन वितरण हो चुका है. चित्रकूट के पिछड़ेपन और गरीबी को देखते हुए पहले के 4 रिफलिंग में उज्ज्वला उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जाने लगी है. उज्जवला योजना के चलते कई गांव अब धुंआ रहित हो चुके हैं.