बुलंदशहर: जिले में एक कॉलेज के पीएचडी होल्डर प्रोफेसर ने बाजार में सैनिटाइजर की कमी को देखते हुए सस्ता सैनिटाइजर बनाया है. कॉलेज की प्रिंसिपल से लेकर तमाम स्टाफ का दावा है कि यह सैनिटाइजर WHO के मानकों के मुताबिक है और कोरोना से बचाव में कारगर भी है.
दुनियाभर में इस समय कोरोना वायरस का खौफ है. वायरस से बचाव के लिए मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री बाजारों में तेजी से बढ़ी है तो वहीं अब कमी भी होनी शुरू हो गई है. बुलंदशहर के गुलावठी नगर स्थित डीएनपीजी कॉलेज में बतौर केमिस्ट्री के प्रोफेसर डॉ. विनय कुमार सिंह ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के मुताबिक कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए विशेष सैनिटाइजर कॉलेज की लैब में तैयार किया है.
प्रोफेसर का दावा है कि बाजारों में उपलब्ध सैनिटाइजर की अपेक्षा इस सैनिटाइजर की गुणवत्ता अच्छी है. प्रो. विनय कुमार सिंह इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी के शोध के छात्र रह चुके हैं. सैनिटाइजर बनाने में विनय के साथी ने भी उनकी सहायता की. विनय के साथी कोरिया में बतौर साइंटिस्ट काम कर रहे हैं.
कॉलेज की प्रिंसिपल ममता शर्मा का कहना है कि वह सभी काफी उत्साहित हैं और आवश्यकता के मुताबिक न सिर्फ कॉलेज के जिम्मेदारों को वितरित किया गया है बल्कि स्टूडेंट्स को भी इस बारे में जागरूक किया गया है, ताकि लोग बेवजह पैसा खर्च करने से बचें.
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