ETV Bharat / state

बुलंदशहर जिला महिला अस्पताल का फार्मेसिस्ट कोरोना पॉजिटिव

बुलंदशहर के जिला महिला अस्पताल के फार्मेसिस्ट को कोरोना पॉजिटिव मिलने पर अस्पताल को सील कर दिया गया है. महिला अस्पताल के सभी स्टाफ की रैपिड किट से कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है.

bulandshahr news
जिला महिला अस्पताल
author img

By

Published : Apr 21, 2020, 11:50 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहरः जिला महिला अस्पताल का एक फार्मेसिस्ट कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया है. साथ ही पूरे अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं तत्काल प्रभाव से बंद कर दी गई हैं. हालांकि जो मरीज इस दौरान पहले से यहां भर्ती हैं, उन्हें तमाम सुविधाएं यहां मिल रही हैं. वहीं अब अगर कोई मरीज बुलंदशहर का रूख करता है तो, ऐसे मरीजों को जिले के सिकन्द्राबाद और खुर्जा रैफर किया जाएगा है.

जिलाधिकारी के आदेश के बाद जिला महिला अस्पताल को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है. सीएमओ को निर्देश दिया गया है कि अस्पताल में कार्य करने वाले सभी डॉक्टर्स व कर्मचारी सभी मरीजों का स्वैब टेस्ट का परिणाम आने तक चिकित्सालय में ही रहेंगे. इनके साथ परिवार के लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा जाए.

जिलाधिकारी ने सीएमओ केएन तिवारी को निर्देश दिया कि चिकित्सालय में मरीजों की संख्या कम होने के कारण सभी कर्मचारियों के रहने के लिए वहां पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं. यदि अतिरिक्त बेड की आवश्यकता पड़ती है तो इसमें एसडीएम सदर से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यकता अनुसार शहर के इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. जिला पुरुष व महिला अस्पताल में कार्यरत सभी लोगों का रैपिड टेस्ट कराया जाएगा. जो भी व्यक्ति संदिग्ध पाए जाते हैं, ऐसे लोगों का परिणाम आने तक तत्काल आइसोलेट किया जाएगा.

बुलंदशहरः जिला महिला अस्पताल का एक फार्मेसिस्ट कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया है. साथ ही पूरे अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं तत्काल प्रभाव से बंद कर दी गई हैं. हालांकि जो मरीज इस दौरान पहले से यहां भर्ती हैं, उन्हें तमाम सुविधाएं यहां मिल रही हैं. वहीं अब अगर कोई मरीज बुलंदशहर का रूख करता है तो, ऐसे मरीजों को जिले के सिकन्द्राबाद और खुर्जा रैफर किया जाएगा है.

जिलाधिकारी के आदेश के बाद जिला महिला अस्पताल को हॉटस्पॉट घोषित किया गया है. सीएमओ को निर्देश दिया गया है कि अस्पताल में कार्य करने वाले सभी डॉक्टर्स व कर्मचारी सभी मरीजों का स्वैब टेस्ट का परिणाम आने तक चिकित्सालय में ही रहेंगे. इनके साथ परिवार के लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा जाए.

जिलाधिकारी ने सीएमओ केएन तिवारी को निर्देश दिया कि चिकित्सालय में मरीजों की संख्या कम होने के कारण सभी कर्मचारियों के रहने के लिए वहां पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं. यदि अतिरिक्त बेड की आवश्यकता पड़ती है तो इसमें एसडीएम सदर से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यकता अनुसार शहर के इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. जिला पुरुष व महिला अस्पताल में कार्यरत सभी लोगों का रैपिड टेस्ट कराया जाएगा. जो भी व्यक्ति संदिग्ध पाए जाते हैं, ऐसे लोगों का परिणाम आने तक तत्काल आइसोलेट किया जाएगा.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.