बुलंदशहर: जिले में डाक विभाग के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक(IPPB) की आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम सेवा के जरिए दूसरे बैंकों के 50 हजार 255 ग्राहकों को अब तक सर्विस दी जा चुकी है. 25 मार्च से 20 मई तक जिले में अब तक 7 करोड़ 32 लाख रुपये की धनराशि का भुगतान IPPB के माध्यम से किया गया है.
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक
कोरोना महामारी को मात देने के लिए जहां देशभर में लॉकडाउन है. वहीं ऐसे में डाक विभाग कोरोना योद्धा की अहम भूमिका निभा रहा है. जिले में डाक विभाग के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) की आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम( AEPS) सेवा के जरिए अन्य बैंकों के 50255 ग्राहकों को 25 मार्च से लेकर 20 मई तक भुगतान किया जा चुका है. लॉकडाउन के दौरान कुल सात करोड़ 32 लाख रुपये की राशि अन्य बैंकों के 50255 ग्राहकों ने घर पर ही प्राप्त की है. डाक विभाग के आईपीपीबी बैंक की तरफ शहर से लेकर गांव तक के नए 6619 उपभोक्ताओं ने भी इस पर भरोसा करके अपना अकाउंट खुलवाया है.
क्या है AEPS पद्धति
इसमें बाकायदा वह ग्राहक हैं, जो दूसरे बैंकों से हैं और ऐसे उपभोक्ताओं को जहां काउंटर पर सिर्फ आधार कार्ड और अपने मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है. उसके बाद उन्हें किसी भी बैंक से खाता धारक होने के बाद भी डाक विभाग आईपीपीबी की तरफ से धनराशि आहरित कर दी जाती है.
वहीं ग्रामीण क्षेत्र की अगर बात की जाए तो ग्रामीण क्षेत्र में शाखा डाकपाल से संपर्क करके ग्रामीणों ने इसका लाभ उठाया है, जबकि शहरी क्षेत्रों में काउंटर और पोस्टमैन के जरिए लोगों ने घर बैठे ही पैसे प्राप्त किए हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में डाकपालों ने किसी भी बैंक के उपभोक्ताओं को आधार इनबिल्ट पेमेंट सिस्टम (AEPS ) आधार कार्ड व मोबाइल नम्बर होने पर ही उपभोक्ताओं को सेवा प्रदान कर उन्हें घर बैठे ही रकम उपलब्ध कराई है. सभी कर्मचारी अनवरत लॉकडाउन में भी सेवा दे रहे हैं, ताकि किसी को कोई परेशानी न हो.
अजेंद्र कुमार, आईपीपीबी सीनियर प्रबंधक