बुलंदशहर : कोविड-19 के संक्रमण से रोकथाम के लिए शासन ने मेरठ कमिश्नर अनिता सी मेश्राम और लखनऊ के यातायात आईजी दीपक रतन को जिले का नोडल अधिकारी नियुक्त किया है. दोनों अधिकारी पिछले कई दिनों से लगातार जिले के हॉटस्पॉट इलाकों से लेकर तमाम क्वारेंटाइन सेंटरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को समझ रहे हैं
ग्रीन जोन में वीरखेड़ा क्षेत्र
जिले में जहां सबसे पहले वीरखेड़ा में एक माह पूर्व 29 मार्च को कोरोना का पहला मामला सामने आया था. वहीं अब वीरखेड़ा क्षेत्र ग्रीन जोन में आ गया है, क्योंकि यहा चार सप्ताह से कोई नया मामला प्रकाश में नहीं आया है. वहीं बुलंदशहर नगर का रुकनसराय इलाका भी ऑरेंज जोन में आ गया है, क्योंकि यहां भी दो सप्ताह से कोई नया मामला सामने नहीं आया है.
कंटेनमेंट जोन में लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग
प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस के अफसरों की मौजूदगी में अधिकारियों ने बताया कि शिकारपुर कंटेनमेंट जोन में 28578 घरों के 130878 लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग जिला प्रशासन के द्वारा कराई जा रही है. जिले में जितने लोग होम क्वारेंटाइन में हैं उसके प्रभावी अनुश्रवण के लिए टीम बनाकर फोन कॉल के माध्यम से पूछताछ के लिए सीएमओ को निर्देशित किया गया है. अब सीएमओ को फोन कॉल करके होम क्वारेंटाइन लोगों से संवाद स्थापित करना होगा और आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवा उपलब्ध कराने को भी निर्देशित किया गया है.
बुलंदशहर जिले में अब तक 52 कोरोना वायरस के लोग सामने आ चुके हैं. वहीं दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में लोगों का उपचार चल रहा है. हालांकि अब तक 8 लोग उपचार के बाद प्रशासन के द्वारा स्वस्थ भी बताए गए हैं.वर्तमान में जनपद में कुल 12 हॉटस्पॉट एरिया चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से रेड जोन में और दो ऑरेंज जोन के अंतर्गत हैं, जबकि कंटेनमेंट जोन का प्रभावी क्रियान्वयन कराया जा रहा है.
अनीता सी मेश्राम, नोडल अधिकारी
लॉकडाउन का प्रभावी अनुपालन कराया जा रहा है और लॉकडाउन का पालन न किए जाने पर धारा 188 के तहत कुल 865 एफआईआर अब तक दर्ज हो चुकी हैं.
दीपक रतन, नोडल अधिकारी