मुजफ्फरनगर: जनपद में शनिवार को किसान मजदूर संगठन ने कई मांगों के साथ जीआईसी मैदान पर किसान मजदूर अधिकार महारैली का आयोजन किया. संगठन अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर रही है. वर्तमान में वह सरकार से संवाद कर रहे हैं और यदि उनकी बात नहीं सुनी गई तो विवाद होना निश्चित है.
संगठन अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने कहा कि यह सरकार नहीं चाहती कि किसान के सिर से कर्ज उतरे, युवाओं की बेरोजगारी दूर हो इसलिए चुनाव आते ही किसानों को कर्ज माफ करने और बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की बात कहती है. इससे लोग लालच में उन्हें वोट दें, जबकि सदन में जितने बैठे हुए है, सब बेरोजगार हैं. किसान मजदूर संगठन अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने कहा कि 'किसानों ने सरकार को बनाया और सरकार चली, हमने सोचा नई बहू है.
उन्होंने कहा कि एक चपरासी की नौकरी के लिए भी चरित्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन एक विधायक एक सांसद का चरित्र कोई नहीं पूछता. देश की आजादी में 7.32 लाख लोग फांसी के फंदे पर चढ़े. ये देश उनके बलिदान के बाद आजाद हुआ, व्हाट्सएप पर संदेश लिखकर देश आजाद नहीं हुआ. सन 52 में पहली बार चुनाव हुआ, लेकिन 2022 चुनाव तक भी किसान और मजदूरों के लिए कानून नहीं बना और गरीब और मजदूर आज तक आत्महत्या कर रहे हैं.
किसान मजदूर संगठन अध्यक्ष पूरन सिंह ने कहा कि 'संगठन की परंपरा रही है कि प्रत्येक इस प्रकार की रैली के बाद वह अपने पैसे से खरीदे कागज पर अपनी समस्या लिखकर अधिकारियों के माध्यम से सरकार तक पहुंचाते हैं. वह आज भी संगठन की उक्त परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं.' पूरन सिंह ने 'कहा कि आज भी एक अधिकारी मौजूद हैं, वह उन्हें अपनी और से तैयार कराया हुआ. वह कागज सौंपेगे और किसान मजदूर संगठन ने एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह को एक ज्ञापन सौंपा.'
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