बुलंदशहर: जिले के खुर्जा में शौचालयों के टैंकों से निकलने वाले मलबे के लिए अब खुर्जा नगर पालिका के प्रयासों के बाद शहरवासियों के लिए पहले FSTP (फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट) का निर्माण होगा. प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद डीएम की तरफ से जमीन की व्यवस्था करा दी गयी है. खुर्जा क्षेत्र के अरनिया मंसूरपुर में मलबा निस्तारण के लिए जल निगम के द्वारा FSTP का निर्माण किया जाएगा.
जिले के खुर्जा नगर की यूं तो अपनी एक अलग पहचान है, लेकिन यहां काफी समय से एफएसटीपी की मांग उठ रही थी. अक्सर देखा जाता था कि खुर्जा की नालियां मलबे की वजह से चोक रहा करती थीं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. इतना ही नहीं शौचालयों, सेफ्टी टैंकों आदि से निकलने वाली गन्दगी को नालियों और खेतों आदि स्थानों पर फेंक दिया जाता था. अब इस दिशा में जिला प्रशासन ने गम्भीरता दिखाते हुए खुर्जा नगर पालिका के द्वारा चिन्हित की गई जमीन के प्रस्ताव को फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिए मंजूरी दे दी है.
इस बारे में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अविनाश प्रताप सिंह ने बताया कि एफएसटीपी के लिए चिंहित की गई जमीन पर स्वीकृति मिल गई है. उन्होंने बताया कि शासन स्तर से अब यहां जल निगम द्वारा इस प्लांट का निर्माण कराने की स्वीकृति पहले ही मिल चुकी थी. वहीं अब जमीन मिलने के बाद नगर क्षेत्र की परिधि में साफ-सफाई भी रह सकेगी, मलबे के ढेरों से भी मुक्ति मिलेगी.
दरअसल FSTP के माध्यम से मलबे से पानी को शुद्ध कर अलग कर दिया जाता है और मलबे को खाद में परिवर्तित कर दिया जाता है. इस बारे में खुर्जा ईओ अविनाश प्रताप सिंह का कहना है कि मलबे को FSTP के माध्यम से परिवर्तित करने पर ट्रीटमेंट के बाद पानी अलग करने पर जो खाद मिलेगी वो बहुत ही उपजाऊ होगी, जिसे किसान खरीद कर अपने खेतों में प्रयोग कर सकेंगे.
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने बताया कि कुटज नगर में अब तक नगर पालिका के पास कोई ट्रीटमेंट प्लांट न होने की वजह से खुले में कूड़ा डालना ही एक विकल्प होता था. उन्होंने बताया कि FSTP के शुरू हो जाने के बाद गन्दगी से होने वाली महामारी सरीखी बीमारियों में भी कमी आएगी.