बुलंदशहर: लोगों की जान जा रही है और आप लोग समझते नहीं हो, ये बात बुलंदशहर के डीएम ने खुर्जा के जटिया हॉस्पिटल में अत्याधुनिक कोविड L-2 हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान कही. बता दें कि बीते दिनों खुर्जा के L-2 हॉस्पिटल में एक मरीज की मौत हो गयी थी, जिसके बाद मृतक के परिजनों ने L-2 हॉस्पिटल में अव्यवस्थाओं को लेकर हंगामा किया था. इसी सिलसिले में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार खुर्जा के जटिया हॉस्पिटल जांच के लिए पहुंचे थे.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में लगातार स्वास्थ विभाग की लापरवाही सामने आ रही है. यहां तीन दिन पहले कोविड L-2 हॉस्पिटल में मरीज की मौत हो गई थी. इसके बाद जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने अस्पताल का निरीक्षण किया तो अस्पताल में काफी कमियां मिली. इस दौरान उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों से भी बात की. मरीजों ने खाने-पीने और दवाई न मिलने की शिकायत की तो जिलाधिकारी भड़क गए. उन्होंने सीएमएस समेत सभी डॉक्टर्स को मरीजों के सामने जमकर फटकार लगाई. इसके साथ ही डीएम ने सीएमएस को अल्टीमेटम भी दिया कि अगर सुधार नहीं हुआ तो इसके लिए लापरवाही करने वाले कर्मचारी, चिकित्सक और स्वयं सीएमएस जिम्मेदार होंगे.
जिलाधिकारी को निरीक्षण के समय अस्पताल में 65 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती होने की जानकारी मिली. इस दौरान जिलाधिकारी ने कोविड एल-2 अस्पताल के ट्रामा सेन्टर ब्लाॅक में आक्सीजन सप्लाई सिलेण्डर एवं फीटिंग खुले में होने पर सीएमएस खुर्जा को लोहे की जाली से कवर कराये जाने के लिए निर्देश दिए. डीएम ने भर्ती मरीजों को बुलवाकर अस्पताल द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं, खाना, पानी, सफाई आदि व्यवस्थाओं की जानकारी हासिल की.
कुछ मरीजों ने डीएम को बताया कि केवल एक बार सुबह चिकित्सक देखने आते हैं. उसके उपरान्त कोई भी चिकित्सक देखने नहीं आता है. जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एल-2 अस्पताल में गंभीर बीमारी/सिम्प्टम वाले मरीजों को चिकित्सकों की देखरेख की अधिक आवश्यकता है, परन्तु इसके उपरान्त भी एक बार चिकित्सक द्वारा मरीजों को देखा जाना लापरवाही का द्योतक है. डीएम द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक संबंधित चिकित्सकों की टीम को कार्य में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश सीएमओ को दिये गए हैं.
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने एल-2 अस्पताल के अन्य वार्ड में भर्ती मरीजों से स्वास्थ्य सेवाओं, खाना, पानी, सफाई आदि के संबंध में जानकारी ली. इस पर उन्होंने बताया कि नाश्ता-भोजन की गुणवत्ता सही नहीं है. इतना ही नहीं खाना भी समय से नहीं दिया जा रहा है. वहीं सीएमएस द्वारा पीने के पानी हेतु लगा आर.ओ. खराब होने पर एक दिन बाद ठीक होकर वापस लगाने की बात कही गयी.
इतना ही नहीं मरीजों द्वारा इन्टरकाॅम पर काॅल करने पर काॅल रिसीव नहीं होने संबंधी समस्या के साथ रात्रि में विद्युत आपूर्ति न आने पर जेनेरटर नहीं चलाए जाने की समस्या डीएम के संज्ञान में लाई गईं. इस पर डीएम रविंद्र कुमार ने अस्पताल में विद्युत आपूर्ति निर्बाध रूप से सुचारू रखने के लिए जेनरेटर के लिए नामित कर्मी को भी कार्य में लापरवाही बरततने के लिए कड़ी चेतावनी दी. साथ ही भविष्य में लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश सीएमएस खुर्जा को दिये. निरीक्षण के समय उप जिलाधिकारी खुर्जा लवी त्रिपाठी, सीएमएस खुर्जा, तहसीलदार उपस्थित रहे.