बुलंदशहर: जिले के बस यूनियनों से जुड़े प्रतिनिधियों ने आज एआरटीओ प्रशासन के दफ्तर पर पहुंचकर प्राइवेट बसों के टैक्स माफ करने की मांग की. जिला ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस दौरान सांकेतिक धरना देते हुए सरकार का ध्यान अपनी तरफ खींचने की कोशिश की. यूनियनों के लीडर्स का कहना है कि कोरोना की वजह से बस संचालको से लेकर ट्रांसपोर्टरों और उनके साथ इस काम से जुड़े सभी लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट है, लिहाजा छह महीने का टैक्स माफ किया जाए.
बुलंदशहर में गुरुवार जिला ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी क्षेत्रीय उपसंभागीय परिवहन कार्यालय पर एकजुट हुए. इस दौरान पदाधिकारियों ने एआरटीओ प्रशासन मोहम्मद कय्यूम को अपनी परेशानियां बताई. पदाधिकारियों ने कहा कि कोरोना काल में प्राइवेट बस संचालकों और ट्रांसपोर्ट यूनियन की हालत काफी चिंताजनक है.
लॉकडाउन लगने के बाद से बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है, जिससे ट्रांसपोर्टस के अलावा चालकों परिचालकों को भी रोजी रोटी का संकट गहराया हुआ है. बस यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनके वाहनों के छह महीने का टैक्स माफ किया जाएं. इस अवसर पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुहम्मद कय्यूमखान को एक ज्ञापन भी सौंपा.
टैक्स छूट की जल्द हो सकती है घोषणा
एआरटीओ प्रशासन मोहम्मद कय्यूम ने बताया कि ट्रांसपोर्ट मालिकों ने ज्ञापन सौंपा है. शासन का जो भी निर्देश होगा उसका अनुपालन किया जाएगा. मोहम्मद कय्यूम ने बताया कि शासन की मंशा भी कोरोना काल में टैक्स माफ करने की है. इस बारे में पूर्ण जानकारी के साथ शासन को पहले ही अवगत कराया गया है. उन्होंने बताया कि शासन स्तर से कुछ तकनीकी कारणों से विलम्ब हो रहा है. इस दिशा में जल्द ही शासन स्तर से घोषणा हो जाएगी.