बुलंदशहर: जिले में गुलावठी कोतवाली नगर के तमाम संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवी वर्ग और व्यवसायियों ने संयुक्त रूप से एसएसपी दफ्तर पहुंचकर एसएसपी से मुलाकात की. इस मौके पर प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त रूप से एसएसपी सन्तोष कुमार सिंह को अवगत कराते हुए कहा कि उनके गुलावठी नगर के कोतवाल की कार्यशैली से क्षेत्र के गोकशों में हड़कंप मचा हुआ है.
एसएसपी दफ्तर में हिन्दू संगठनों से जुड़े लोगों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से कहा कि गुलावठी में तैनात युवा कोतवाल सचिन मलिक की कार्यशैली ने न सिर्फ लव जेहाद जैसी घटनाओं को रोक दिया है, बल्कि कभी गोकशी के लिए चर्चित रहे थाना क्षेत्र में गोकशों पर भी नकेल कसी है.
इस मौके पर एसएसपी से मुलाकात करते हुए तमाम संगठनों के लोगों ने चिंता जताई है कि उनके कोतवाल के खिलाफ लगातार सुनियोजित साजिश रची जा रही है. एसएसपी सन्तोष कुमार सिंह ने बहुत ध्यान से नागरिकों की बात सुनी. सभी लोगों ने कहा कि गुलावठी जैसे संवेदनशील क्षेत्र में व्यापारी सुरक्षित हैं, गोकशी पर रोक लगी है. हिस्ट्रीशीटर, अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है. इस मौके पर नगर के वरिष्ठ व्यापारी नेता रमेश चन्द्र जैन ने कहा कि गुलावठी इंस्पेक्टर सचिन जैसे कोतवाल की बहुत जरूरत है.
क्या है मामला
दरअसल गुलावठी नगर में पिछले दिनों हिंदूवादी संगठनों ने कोतवाल सचिन मलिक से कुछ असामाजिक तत्वों की शिकायत करते हुए प्रार्थनापत्र दिया था कि नगर में लव जेहाद जैसी घटना हो सकती है. इस पर इंस्पेक्टर सचिन मलिक ने एक ऐसे ही संदिग्ध को गिरफ्तार किया था. उसके मोबाइल से ऐसे तमाम साक्ष्य भी पुलिस को मिले थे. उस मामले में गुलावठी थाने में रह चुकी एक महिला कांस्टेबल ने उस लव जेहाद के आरोपी को छोड़ने के लिए काफी कोशिश भी की थी. लव जेहाद फैलाने वाले आरोपी के पास से बरामद हुए मोबाइल में उक्त महिला कांस्टेबल से भी वाट्सऐप चैट समेत कई वाट्सऐप वीडियो कॉल की जानकारी पुलिस को मिली थी. वहीं अन्य युवतियों से भी मोबाइल के माध्यम से पकड़े गए युवक के द्वारा चैटिंग पुलिस को मिली थी.
बुद्धिजीवी वर्ग के प्रतिनिधियों ने एसएसपी से कहा कि तभी से गुलावठी कोतवाल के खिलाफ कुछ लोगों के द्वारा भ्रामक जानकारी सोशल मीडिया पर प्रचारित की जा रही है. व्यापारी नेताओं और हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोगों का कहना है कि इंस्पेक्टर का जुर्म सिर्फ यह है कि उन्होंने गुनाहगारों को जेल भेज दिया. इसके बाद से उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है, ताकि विभाग उनके खिलाफ कार्रवाई कर दे.
एसएससी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले में वे जांच करा रहे हैं. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अगर इंस्पेक्टर पर कोई दोष सिद्ध नहीं हुआ, तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी.