बुलंदशहर: अमेरिका में पढ़ाई करने वाली होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत कैसे हुई, इस बात से पर्दा उठ चुका है. अब सुदीक्षा के परिवारीजनों को यथासम्भव आर्थिक मदद दिलाने के लिए प्रशासन तमाम जतन करेगा. यह कहना है बुलंदशहर के डीएम रविंद्र कुमार का. डीएम ने बताया कि सुदीक्षा के परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं है. ऐसे में सरकार और प्रशासन पीड़ित परिवार की हर सम्भव मदद करने की कोशिश करेगा.
दरअसल, बुलंदशहर में पिछले सप्ताह हुए एक दर्दनाक हादसे में सुदीक्षा भाटी की मौत हो गई थी, जिसके बाद इस मामले में जिला प्रशासन के द्वारा 5 टीम बनाकर उस मोटरसाइकिल का पता लगाने की कोशिश की गई, जिस मोटरसाइकिल से सुदीक्षा की बाइक टकराई थी. वहीं सही ढंग से जांच हो, इसके लिए एसआईटी का भी गठन किया गया था. फिलहाल इस मामले में बाइक सवार दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बता दें कि जिस बुलेट से सुदीक्षा की बाइक टकराई थी, उस बुलेट का हुलिया भी बदल दिया गया था. जब गहनता से इस मामले में पड़ताल की गई तो पुलिस ने मॉडिफाइड बुलेट बाइक, साइलेंसर, हेलमेट और एक खास पहचान लिखी हुई उस बुलेट को भी बरामद कर लिया.
डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि काफी सीसीटीवी फुटेज पुलिस की टीमों द्वारा जगह-जगह से प्राप्त किए गए, जिनमें से 10 सीसीटीवी फुटेज में से 8 में बुलेट सवार युवक एक 53 वर्षीय पेशे से मजदूर को लेकर उस बाइक से करीब एक किलोमीटर पीछे जाता दिखाई दिया. डीएम ने बताया कि चश्मदीदों से लेकर तमाम साक्ष्य इस सम्बन्ध में पेश किए गए.
डीएम और एसएसपी ने प्रेस वार्ता में बताया कि सुदीक्षा की मौत महज एक हादसा था और इसमें छेड़खानी जैसी कोई बात नहीं थी. डीएम रविंद्र कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि क्योंकि सुदीक्षा का परिवार काफी निर्धन है. ऐसे में जिला प्रशासन और प्रदेश की सरकार होनहार बालिका के परिजनों के प्रति काफी संवेदना रखती है. इसलिए जिला प्रशासन अपने स्तर से जो संभव होगा, वह आर्थिक मदद इस परिवार को दिलाने का प्रयास करेगा.
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