बुलन्दशहर: गन्ने का पेराई सत्र शुरू हुए करीब एक महीना बीत चुका है, लेकिन अभी भी 2018 का शत-प्रतिशत भुगतान गन्न किसानों को नहीं किया गया है. ऐसे में प्रदेश सरकार के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं. बता दें कि सत्ता में आने से पहले योगी सरकार ने गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिन में कराने की बात कही थी. साथ में यह भी कहा था कि अगर किसी कारणवश भुगतान में देरी हुई तो मिलों द्वारा किसानों को ब्याज भी देना होगा, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि भुगतान न होने से गन्ना किसान खासा परेशान हैं.
भुगतान न होने से किसान परेशान
- बुलन्दशहर के गन्ना किसानों का वर्ष 2018 का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है.
- किसान पिछले एक महीने से गन्ना मिल पर भुगतान के लिए दबाव बना रहे हैं.
- बुलन्दशहर में चार मिल हैं.
- किसान जिले के बाहर की मिल में भी गन्ना बेचते हैं.
- किसानों का अलग-अलग मिलों पर करीब 90 करोड़ रुपये का बकाया है.
तमाम शुगर मिल पर दवाब भी बनाया जा रहा है, जिससे गन्ना किसानों का भुगतान जल्द किया जा सके. दिसंबर के अंत तक पिछले पेराई सत्र का पूरा भुगतान होने की संभावना है.
- डी. के. सैनी, जिला गन्ना अधिकारी