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बुलंदशहर: गन्ना किसानों का मिलों पर 90 करोड़ बकाया, कोई नहीं ले रहा सुध

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गन्ना किसानों का गन्ना मिलों पर करीब 90 रुपये करोड़ बकाया है. मिलों द्वारा भुगतान न होने से किसान परेशान हैं, लेकिन कोई भी इनकी सुध नहीं ले रहा है.

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भुगतान न होने से किसान परेशान.
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Published : Dec 7, 2019, 2:08 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलन्दशहर: गन्ने का पेराई सत्र शुरू हुए करीब एक महीना बीत चुका है, लेकिन अभी भी 2018 का शत-प्रतिशत भुगतान गन्न किसानों को नहीं किया गया है. ऐसे में प्रदेश सरकार के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं. बता दें कि सत्ता में आने से पहले योगी सरकार ने गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिन में कराने की बात कही थी. साथ में यह भी कहा था कि अगर किसी कारणवश भुगतान में देरी हुई तो मिलों द्वारा किसानों को ब्याज भी देना होगा, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि भुगतान न होने से गन्ना किसान खासा परेशान हैं.

भुगतान न होने से किसान परेशान.

भुगतान न होने से किसान परेशान

  • बुलन्दशहर के गन्ना किसानों का वर्ष 2018 का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है.
  • किसान पिछले एक महीने से गन्ना मिल पर भुगतान के लिए दबाव बना रहे हैं.
  • बुलन्दशहर में चार मिल हैं.
  • किसान जिले के बाहर की मिल में भी गन्ना बेचते हैं.
  • किसानों का अलग-अलग मिलों पर करीब 90 करोड़ रुपये का बकाया है.

तमाम शुगर मिल पर दवाब भी बनाया जा रहा है, जिससे गन्ना किसानों का भुगतान जल्द किया जा सके. दिसंबर के अंत तक पिछले पेराई सत्र का पूरा भुगतान होने की संभावना है.
- डी. के. सैनी, जिला गन्ना अधिकारी

बुलन्दशहर: गन्ने का पेराई सत्र शुरू हुए करीब एक महीना बीत चुका है, लेकिन अभी भी 2018 का शत-प्रतिशत भुगतान गन्न किसानों को नहीं किया गया है. ऐसे में प्रदेश सरकार के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं. बता दें कि सत्ता में आने से पहले योगी सरकार ने गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिन में कराने की बात कही थी. साथ में यह भी कहा था कि अगर किसी कारणवश भुगतान में देरी हुई तो मिलों द्वारा किसानों को ब्याज भी देना होगा, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि भुगतान न होने से गन्ना किसान खासा परेशान हैं.

भुगतान न होने से किसान परेशान.

भुगतान न होने से किसान परेशान

  • बुलन्दशहर के गन्ना किसानों का वर्ष 2018 का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है.
  • किसान पिछले एक महीने से गन्ना मिल पर भुगतान के लिए दबाव बना रहे हैं.
  • बुलन्दशहर में चार मिल हैं.
  • किसान जिले के बाहर की मिल में भी गन्ना बेचते हैं.
  • किसानों का अलग-अलग मिलों पर करीब 90 करोड़ रुपये का बकाया है.

तमाम शुगर मिल पर दवाब भी बनाया जा रहा है, जिससे गन्ना किसानों का भुगतान जल्द किया जा सके. दिसंबर के अंत तक पिछले पेराई सत्र का पूरा भुगतान होने की संभावना है.
- डी. के. सैनी, जिला गन्ना अधिकारी

Intro: गन्ने का पेराई सत्र शुरू हुए करीब 1 महीना हो चुका है, लेकिन अभी भी 2018 का शत-प्रतिशत गन्ने का भुगतान शुगर मिलों के द्वारा किसानों को नहीं हो पाया है, जिसकी वजह से प्रदेश सरकार के तमाम दावे हवा-हवाई साबित हुए हैं , जहां सत्ता में आने से पहले योगी सरकार की तरफ से किसानो के साथ वायदा किया गया था कि उनके गन्ने का भुगतान 14 दिन में हो जाया करेगा नहीं तो ब्याज भी देना होगा, किसानों को गन्ने का भुगतान न होने की वजह से परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है,देखिये ईटीवी भारत की ये विशेष रिपोर्ट।


Body:यूं तो बीजेपी के द्वारा प्रदेश में कमबैक करने से पहले तमाम दावे गन्ना किसानों को लुभाने के लिए किए गए थे जिनमें कहा गया था कि किसानों को 14 दिन में गन्ने का भुगतान कराया जाएगा और अगर नहीं हो पाया तो उन्हें सूद समेत पैसा दिलवाया जाएगा, लेकिन यहां सूद तो छोड़िए मूल भी किसानों को नहीं मिल पा रहा है ,इसको कुछ इस तरह से समझा जा सकता है कि नया पेराई सत्र एक बार फिर शुरू हो चुका है ,किसान पिछले 1 महीने से शुगर मिल्स पर गन्ना डाल रहे हैं ,लेकिन अभी भी पिछले साल का किसानों का गन्ने का शत-प्रतिशत भुगतान नहीं हो पाया है, इसमें दोषी कौन है फिलहाल ये तो अलग विषय है,लेकिन अभी भी अगर अकेले बुलन्दशहर जनपद की बात की जाए तो जिले में चार शुगर मिल्स हैं और उसके अलावा जिले के बाहर की शुगर मिल्स भी बुलंदशहर के किसानों से गन्ना खरीदती हैं और फिर एक बार बेबस किसान शुगर मिल्स को गन्ना दे रहा है, लेकिन बड़ी समस्या यह है कि किसानों की तरफ कोई ध्यान देने को जैसे तैयार नहीं है, अगर बात की जाए तो बुलंदशहर जिले के किसानों का अलग अलग शुगर मिलों पर अभी भी 90 करोड़ बकाया है, ऐसे में जहां किसानों को तमाम परेशानियां बनी हुई है, वहीं उनके तमाम काम भी प्रभावित हो रहे हैं,किसान मानते हैं कि आर्थिक तंगी भी उन्हें झेलनी पड़ती है,गन्ना किसानों का कहना है कि जबकि एक माह से जो मिल पर गन्ना गया है इसके तो किसी हिसाब किताब की कहीं जैसे कोई बात ही अभी नहीं है कि ये पैसा कब मिलेगा,तो वहीं जिला गन्ना अधिकारी का कहना है कि तमाम शुगर मिल्स पर दवाब भी बनाया जा रहा है और पर्यटन किये जा रहे हैं कि जैसे जैसे सुगर मिल को बिक्री कर रहे हैं किसानों कर खाते तक उनका भुगतान कराया जाए।बुलन्दशहर के जिला गन्ना अधिकारी डीके सैनी का कहना है कि दिसम्बर के अंत तक पूरा भुगतान पिछले पेराई सत्र का किसानों का होने की संभावना है।
बाइट तो बाइट....देवेंद्र सिंह,गन्ना किसान,
अनुज प्रताप सिंह,
बाइट....डी.के.सैनी,जिला गन्ना अधिकारी,बुलन्दशहर।

पीटीसी...श्रीपाल तेवतिया,
बुलन्दशहर।


Conclusion:9213400888.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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