बुलंदशहर: दिल्ली स्थित मरकज से वीजा नियमों का उल्लंघन कर धर्म प्रचार करने के मामले में इंडोनेशिया और बांग्लादेश के आठ-आठ जमाती गिरफ्तार किए गए थे. हालांकि इनमें से बांग्लादेश के जवानों को बाद में जमानत मिल चुकी थी. वहीं इंडोनेशिया के जमाती बुलंदशहर स्थित डिबाई की बनाई गई अस्थायी जेल में अब तक रह रहे थे. इन जमातियों को अब जिला कारागार में शिफ्ट कर दिया गया है.
मार्च माह में लॉकडाउन लागू होने के बाद जमातियों के मिलने का सिलसिला काफी दिनों तक देशभर में चला था. जांच में पाया गया था कि दिल्ली मरकज से वीजा नियमों का उल्लंघन कर धर्म प्रचार करने में जमाती लिप्त थे. बुलन्दशहर जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में भी 16 जमाती पुलिस ने पकड़े थे. गौरतलब है कि तब इंडोनेशिया और बांग्लादेश के आठ आठ जमाती जिले में पाए गए थे, जिन्हें बाद में एफआईआर दर्ज करने के बाद डिबाई में स्थित अस्थायी जेल में शिफ्ट कर दिया गया था.
जिला कारागार में शिफ्ट हुए जमाती
बता दें कि कुल जमातियों में से बांग्लादेश के जमातियों की पूर्व में जमानत हो गई थी. वहीं इंडोनेशिया के मूल निवासी जमातियों की जमानत प्रक्रिया अभी तक पूरी न होने के चलते अब उन्हें जिला कारागार में शिफ्ट कर दिया गया है. मामले में प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक डिबाई की अस्थायी जेल में से इंडोनेशियाई कुल 8 जमातियों को बुलंदशहर जिला कारागार में भेज दिया गया है.
16 विदेशियों की जमानत की हुई थी मंजूरी
कुछ दिनों पहले अपर जिला सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या आठ से सभी 16 विदेशियों की जमानत मंजूर हो गई थी. जमानत प्रक्रिया से सम्बंधित बांग्लादेशी जमातियों ने ब्यौरा दिया, जिसके आधार पर उन्हें अस्थायी जेल से रिहा कर दिया गया था. अफसरों की मानें तो वह वर्तमान में भी पुलिस की निगरानी में हैं, लेकिन तकनीकी अड़चनों की वजह से इंडोनेशिया के 8 जमातियों की जमानत अभी नहीं हो पाई है.