बुलंदशहर: सुदीक्षा भाटी मौत मामले में आखिरकार पुलिस के हाथ 5 दिन बाद सफलता लगी है. पुलिस ने जिले के 10 हजार से अधिक बुलेट बाइक्स का डाटा खंगालने के बाद 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एसआईटी की टीम ने रविवार को उस बुलेट मोटरसाइकिल को भी बरामद कर लिया है, जिससे सुदीक्षा की बाइक टकराई थी. खुलासे में सामने आया है कि सुदीक्षा की मौत महज सड़क हादसे में हुई. वहीं जांच में यह भी साफ हो गया है कि सुदीक्षा के साथ छेड़छाड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई थी. इस बारे में एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
देशभर में सुर्खियों बटोर रही सुदीक्षा भाटी मौत मामले में बुलंदशहर पुलिस ने 10,719 बुलेट मोटरसाइकिल का डाटा खंगालने के बाद में उस बुलेट मोटरसाइकिल को खोज निकाला है, जिससे सुदीक्षा की बाइक टकराई थी. इस मामले में पुलिस ने दो बाइक सवार अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया है.
दरअसल, बुलंदशहर जिले के औरंगाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत सोमवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में अमेरिका में पढ़ाई कर रही होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. तमाम चश्मदीदों के माध्यम से बुलंदशहर पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी. इस बारे में रिजर्व पुलिस लाइन स्थित पुलिस सभागार में डीएम रविन्द्र कुमार की मौजूदगी में एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने सिलसिलेवार वो तमाम सीसीटीवी फूटेज मीडिया के सामने पेश किए, जिनके सवालों का जवाब अब से पहले नहीं मिल पाया था.
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मामले के खुलासे के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. इसके लिए 5 टीमें गठित की गई थी, जो आरोपी बुलेट सवारों की खोजबीन में जुटी थी.
बुलंदशहर एसएसपी ने बताया कि एसआईटी की जांच में छेड़छाड़ जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. वहीं उन्होंने बताया कि पकड़े गए बुलेट सवार युवकों की बारीकी से भी जांच कराई गई. सीसीटीवी खंगालने के साथ-साथ तमाम चश्मदीद भी इस मामले में बयान दर्ज करा चुके हैं. पकड़े गए आरोपी बाइक सवार में एक कांट्रेक्टर के यहां नौकरी करता है, जब कि दूसरा राजमिस्त्री का काम करता है और यह दोनों काम पर जा रहे थे, जिस दौरान यह हादसा हुआ.
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि जांच पड़ताल में काफी अहम सुराग मिले थे. इस दौरान सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से पुलिस बाइक सवारों को पकड़ पाई है. एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने बुलेट को मॉडिफाई करा दिया है. बुलेट का रंग बदल दिया गया था. साथ ही उसके पहिए को भी बदला गया था, जिससे कि कोई पहचान न सके.
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