ETV Bharat / state

जब शिक्षक ही शिक्षा की उड़ा रहे हैं धज्जियां तो कैसे पढे़गा इंडिया?

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दो स्कूल के सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे है. इन वीडियो को देख कर यही लगता है कि शिक्षक शिक्षा की धज्जियां उड़ा रहे है. उन्हें बच्चों के भविष्य की कोई परवाह नहीं है.

बुलंदशहर के दो स्कूलों का वीडियो हो रहा वायरल
author img

By

Published : Sep 8, 2019, 10:18 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: सरकार भले ही लाख दावे करें सिस्टम को सुधारने के लिए लेकिन चाहे बेसिक शिक्षा विभाग हो और चाहे माध्यमिक शिक्षा विभाग. दोनों में ही ऐसे लोगों ने गुरु के मान को धूमिल किया है. छात्रों को अजीबोगरीब हरकतें सिखाने में मशगूल टीचर्स के दो वीडियो वायरल हो रहे हैं.

बुलंदशहर के दो स्कूलों का वीडियो हो रहा वायरल

मैडम सिखा रही है आंख मारना
बुलंदशहर में दो वीडियो इन दिनों बहुत वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो जिले के शिकारपुर क्षेत्र के नसीरपुर के प्राथमिक विद्यालय का है. जहां एक अध्यापिका एक मासूम बच्ची को गलत हरकत सिखा रही हैं. इस कृत्य को अध्यापिका सिखा रही है उससे जो संदेश जाता है वह कहीं से भी अच्छा नहीं है. फिलहाल अब इस पर बालिका के परिजन भी तम तमाये हुए हैं, जिसमें वह लोग इस वीडियो वायरल पर कार्यवाही की मांग अधिकारियों से कर रहे हैं,

छात्र एक दूसरे के गाल पर कर रहे तमांचों की बौछार
दूसरा हो रहा वीडियो वायरल सिकंदराबाद तहसील के एक इंटर कॉलेज का है. यहां पर शिक्षक छात्रों को शिक्षा दे रहा है वह क्या शिक्षा दे रहा है उस वीडियो में देखा जा सकता है. दरअसल स्कूल की ड्रेस पहने एक छात्र दूसरे छात्र के गाल पर तमाचों की बौछार कर रहा है. दूसरे छात्र से भी इसी प्रकार से कराया जाता है. बताया जा रहा है कि शिक्षक हर दिन इसी तरह से एक दूसरे को मारपीट कराया करते है. छात्रों ने परेशान होकर वीडियो बना ली और वायरल कर दी.

जिला विद्यालय निरीक्षक कहना है कि स्कूल या क्लास में मोबाइल लाना नियम विरुद्ध है. प्रकरण की जांच कराएंगे.

बुलंदशहर: सरकार भले ही लाख दावे करें सिस्टम को सुधारने के लिए लेकिन चाहे बेसिक शिक्षा विभाग हो और चाहे माध्यमिक शिक्षा विभाग. दोनों में ही ऐसे लोगों ने गुरु के मान को धूमिल किया है. छात्रों को अजीबोगरीब हरकतें सिखाने में मशगूल टीचर्स के दो वीडियो वायरल हो रहे हैं.

बुलंदशहर के दो स्कूलों का वीडियो हो रहा वायरल

मैडम सिखा रही है आंख मारना
बुलंदशहर में दो वीडियो इन दिनों बहुत वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो जिले के शिकारपुर क्षेत्र के नसीरपुर के प्राथमिक विद्यालय का है. जहां एक अध्यापिका एक मासूम बच्ची को गलत हरकत सिखा रही हैं. इस कृत्य को अध्यापिका सिखा रही है उससे जो संदेश जाता है वह कहीं से भी अच्छा नहीं है. फिलहाल अब इस पर बालिका के परिजन भी तम तमाये हुए हैं, जिसमें वह लोग इस वीडियो वायरल पर कार्यवाही की मांग अधिकारियों से कर रहे हैं,

छात्र एक दूसरे के गाल पर कर रहे तमांचों की बौछार
दूसरा हो रहा वीडियो वायरल सिकंदराबाद तहसील के एक इंटर कॉलेज का है. यहां पर शिक्षक छात्रों को शिक्षा दे रहा है वह क्या शिक्षा दे रहा है उस वीडियो में देखा जा सकता है. दरअसल स्कूल की ड्रेस पहने एक छात्र दूसरे छात्र के गाल पर तमाचों की बौछार कर रहा है. दूसरे छात्र से भी इसी प्रकार से कराया जाता है. बताया जा रहा है कि शिक्षक हर दिन इसी तरह से एक दूसरे को मारपीट कराया करते है. छात्रों ने परेशान होकर वीडियो बना ली और वायरल कर दी.

जिला विद्यालय निरीक्षक कहना है कि स्कूल या क्लास में मोबाइल लाना नियम विरुद्ध है. प्रकरण की जांच कराएंगे.

Intro:सरकार भले ही लाख दावे करें सिस्टम को सुधारने के लिए लेकिन चाहे बेसिक शिक्षा विभाग हो और चाहे माध्यमिक शिक्षा विभाग ,दोनों में ही ऐसे लोगों ने गुरु के मान को धूमिल किया है, स्टूडेंट्स को अजीबोगरीब हरकतें सिखाने में मशगूल टीचर्स के दो वीडियो वायरल हो रहे हैं ,जानिए आखिर क्या है इन वीडियोज में और क्या कहता हैं जिम्मेदार अधिकारी,देखिये ये हमारी विशेष रिपोर्ट नोट... खबर से सम्बंधित वायरल वीडियो व जिला विद्यालय निरीक्षक की बाइट wrape से viral video reactions (इसी स्लग से प्रेसहोत हैं।)


Body:यूं तो हर कोई अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देना चाहता है ,इसके लिए जब वह अपने बच्चों के लिए विद्यालय का चयन करता है तो काफी विचार हर कोई करता है,बुलंदशहर में कुछ अध्यापक हैं जो कि ना सिर्फ गुरु धर्म को भूलकर गुरु की साख पर बट्टा लगा रहे हैं ,बल्कि जो स्टूडेंट्स विद्यालयों में शिक्षा लेने जा रहे हैं उन्हें भी कुछ और ही सिखाने में मशगूल नजर आते हैं, महकमा सोया हुआ है पूछने पर जांच की बात होती है,हकीकत में जांच कभी होती नहीं, बुलंदशहर में भी ऐसे दो वीडियो इन दिनों वायरल हो रहे हैं, एक वीडियो जिले के शिकारपुर क्षेत्र के नसीरपुर के प्राथमिक विद्यालय की है जहां एक अध्यापिका एक मासूम बच्ची को गलत हरकत ( आंख मारना) सिखा रही हैं, जी हां सुनने में थोड़ा अजीब लगता है लेकिन इस कृत्य को यह अध्यापिका सिखा रही है उससे जो संदेश जाता है वह कहीं से भी अच्छा नहीं है, फिलहाल अब इस पर बालिका के परिजन भी तम तमाये हुए हैं, जिसमें वह लोग इस वीडियो वायरल पर कार्यवाही की मांग अधिकारियों से कर रहे हैं,इस बात की पुष्टि खिड बेसिक शिक्षा अधिकारी ने की है, तो वहीं दूसरी तरफ बेसिक शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इसमें जांच के बाद कार्यवाही और नोटिस थमाने की बातें करते हुए करते हुए अध्यापिका का बचाव यह कहकर करते नजर आ रहे हैं, कि अध्यापिका ने वीडियो बनाई थी ताकि उसे वीडियो दिखा कर समझाया जा सके कि ,आखिर क्या वीडियो बनाकर वायरल करके साख पर बट्टा नहीं लगा, दूसरा वायरल वीडियो.. दूसरे वीडियो में अध्यापक महोदय आराम से डेस्क पर बैठे हुए हैं और यह वीडियो सिकंदराबाद तहसील के एक इंटर कॉलेज का है, यहां पर शिक्षक छात्रों को शिक्षा दे रहा है वह क्या शिक्षा दे रहा है उस वीडियो में देखा जा सकता है, दरअसल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि स्कूल की ड्रेस पहने एक छात्र दूसरे छात्र के गाल पर झमाझम तमाचों की बौछार कर रहा है, दूसरे छात्र से भी इसी प्रकार से कराया जाता है, बताया जा रहा है कि शिक्षक हर दिन इसी तरह से एक दूसरे को मारपीट कराया करता है, छात्रों ने परेशान होकर वीडियो बना ली और वायरल कर दी, हालांकि जिला विद्यालय निरीक्षक कह रहे हैं स्कूल या क्लास में मोबाइल लाना नियम विरुद्ध है और प्रकरण की जांच कराएंगे, फिलहाल दोनों मामले काफी संगीन है,लेकिन ऐसे घटनाक्रम जब सामने आते हैं तो इनसे जो सन्देश जाता है वो समाज के लिए अच्छा नहीं है ,बल्कि सवाल खड़े होते हैं उस परम्परा पर जो कि गुरु और शिष्य की सदियों से चली आ रही है,फिलहाल कहीं न कहीं ऐसे अध्यापकों ने गुरु शिष्य की परंपरा को धूमिल किया है,अब जांच में जो होगा वो होता रहे लेकिन फिलहाल इन वायरल वीडियो ने सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़े होना लाजिमी है , बाइट....राधकृष्ण तिवारी,डीआईओएस,बुलन्दशहर(wrape से प्रेषित) बाइट....अम्बरीश कुमार,बीएसए, बुलन्दशहर(मोजो से) वाक थ्रू...श्रीपाल तेवतिया, नोट..कृपया वॉक थ्रू को ( मोजो से )फर्स्ट , मिड, एंडिंग पीटीसी के तौर पर व वॉइस ओवर के तौर पर उपयोग में लाने का कष्ट करें। 0-5 स्टार्टिंग पीटीसी 05 से 38 सेकंड तक वौइस् ओवर के तौर पर पहले महिला अध्यापिका और स्टूडेंट के वीडियो के लिए ,इश्तेमाल किया जा सकता है। मिड पीटीसी.....38 से 45 तक सेकंड विसुअल्स में जिसमे अध्यापक के सामने बच्चचों को चाहते मारने का सिलसिला जाती है ....45 से 1:19 तक इश्तेमाल करने में सहूलियत हो सकती है।


Conclusion:श्रीपाल तेवतिया, बुलन्दशहर, 9213400888
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.