बुलंदशहर: बीती रात एक जिले के एक क्वारंटाइन सेंटर में एक युवती की मौत हो गई. इस मामले में प्रशासन का दावा है कि मृतक युवती बीते पांच महीने से बीमार थी. बीमारी की बात को परिवार ने छुपाया था. फिलहाल पीड़ित परिवार बेटी का शव लेकर हरदोई के लिए रवाना हो गया है. बता दें कि परिवार को रविवार देर रात क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती किया गया था. परिवार हरदोई का रहने वाला है.
क्वारंटाइन सेंटर में युवती की मौत
हरदोई का रहने वाला एक व्यक्ति अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ ग्रेटर नोएडा के देवला से हरदोई के लिए पैदल ही निकला था. जानकारी के मुताबिक व्यक्ति पेशे से मजदूर है. सिकंदराबाद पहुंचने पर बुलंदशहर प्रशासन ने रास्ते से रात 1:00 बजे उन लोगों को वेर इलाके में सैनी मैरिज होम में क्वारंटाइन कर दिया. व्यक्ति की 18 वर्षीय बेटी टीवी की बीमारी से ग्रस्त थी, जिसकी सोमवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई. 200 मीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जब तक डॉक्टर पहुंचे तब तक युवती की मौत हो गई थी.
प्रशासन से अनुमति के बाद हरदोई रवाना हुआ परिवार
क्वारंटाइन सेंटर में अचानक हुई मौत की खबर के बाद डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह समेत तमाम पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे. युवती की मौत के बाद परिजनों के आग्रह पर जांच करने के बाद बुलंदशहर प्रशासन ने परिवार को उसके गृह जनपद में दाह संस्कार के लिए रवाना कर दिया. मृतक युवती टीवी की बीमारी से ग्रस्त थी, इस बात की पुष्टि एसडीएम सिकंदराबाद ने की है.
क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती करने से पहले परिवार के स्वास्थ्य की जांच की गई थी. किसी तरह की बीमारी होने की भी जानकारी की थी, लेकिन पीड़ित परिवार ने कोई जानकारी नहीं दी, जबकि मौत के बाद बीमारी के संबंध में अब सभी साक्ष्य परिवार के पास हैं. इन सबको प्रशासन ने देखा है. ये माना जा सकता है कि युवती काफी समय से बीमार थी. उसकी मौत कोरोना से मौत नहीं हुई है.
-रविशंकर, एसडीएम, सिकंदराबाद