बुलंदशहर: भ्रष्टाचार के आरोप में जिले के एसएसपी ने चौकी इंचार्ज को निलंबित किया है. साथ ही उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने का आदेश भी दे दिया है. खुर्जा देहात क्षेत्र के धराऊ चौकी पर बतौर प्रभारी चौकी इंजार्ज तैनात था. वहीं भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे दारोगा के खिलाफ बुलंदशहर एसएसपी सन्तोष कुमार सिंह ने सख्त एक्शन लेते हुए कार्रवाई की है.
कोतवाली देहात क्षेत्र के चौकी इंचार्ज की कारगुजारी पर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने सख्त एक्शन लिया है. 2 मार्च को रामचरण निवासी ग्राम विचोला, थाना खुर्जा देहात की ओर से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर एक प्रार्थना पत्र दिया था. इसमें चौकी प्रभारी धराऊ थाना खुर्जा देहात उप निरीक्षक विजय कुमार राठी की ओर से वारंट बताकर उसके पुत्र भूपेंद्र और व्यक्ति को चौकी ले जाकर झूठे मुकदमे का भय दिखाकर 2 लाख रुपये की मांग किये जाने का जिक्र था. प्रार्थना पत्र में पैसे देकर उक्त युवक को छोड़ना बताया गया था.
आरोप है कि शेष रुपये देने के लिए लगातार दारोगा की ओर से पीड़ित युवक पर दबाव बनाया जा रहा था. पैसे न देने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने के आरोप दारोगा पर लगाए गए थे. वादी की ओर से उप निरीक्षक विजय कुमार राठी से हुई वार्तालाप की ऑडियो कॉल की रिकॉर्डिंग भी जिम्मेदार अधिकारियों को उपलब्ध कराई गई. इसके बाद उक्त प्रकरण की प्राथमिक जांच अपर पुलिस अधीक्षक क्राइम शिवराम यादव ने की गई. जब आरोप में प्रथम दृष्टा सत्यता पाई गई तो उसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उप निरीक्षक विजय राठी को खिलाफ तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए. वहीं इस मामले की जांच सीओ वंदना शर्मा को दी गई है.
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