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बुलंदशहर: 730 भड़काऊ पोस्ट डिलीट कराकर दिया बेहतर पुलिसिंग का परिचय

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Published : Nov 19, 2019, 2:25 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

अयोध्या भूमि विवाद पर फैसले के दिन बुलंदशहर सोशल मीडिया सेल ने 730 भड़काऊ पोस्ट डिलीट कराने में अहम भूमिका निभाई. सोशल मीडिया में लगे बुलंदशहर पुलिस के दो पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया गया है.

बुलंदशहर में बेहतर पुलिसिंग का परिच

बुलंदशह: अयोध्या भूमि विवाद पर फैसले के दिन सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों पर निगरानी रखी जा रही थी. वहीं बुलंदशहर की मीडिया सेल ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए तत्काल विवादित पोस्ट को संज्ञान में लेकर डिलीट कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कुल 730 पोस्ट बुलंदशहर सोशल मीडिया सेल के द्वारा हटवाई गई. ये सभी पोस्ट माहौल खराब करने वाले थे.

बुलंदशहर में बेहतर पुलिसिंग का परिचय.

सोशल मीडिया में लगे बुलंदशहर पुलिस के दो पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया गया है. जिले में सोशल मीडिया सेल ने शानदार काम किया. दरअसल अयोध्या फैसले को लेकर कुछ असामाजिक तत्व सोशल साइट्स पर भावना भड़काने के उद्देश्य से पोस्ट कर रहे थे. इस दौरान बुलंदशहर सोशल मीडिया सेल कुल 730 भड़काऊ पोस्ट डिलीट कराई.

ये भी पढ़ें- इंदिरा मैराथन में पूरी दुनिया से आए हुए लोगों ने लिया हिस्सा- खेल मंत्री

अहम भूमिका निभाने वाले सोशल मीडिया सेल में तैनात पुलिसकर्मी खालिद व मोनू को सम्मानित किया गया. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के दौरान पुलिस महकमा सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए था, पुलिस को भय था कि सोशल मीडिया के माध्यम से कोई भी भड़काऊ पोस्ट जनपद की फिजा को खराब कर सकता है. इसलिए एसएसपी सन्तोष कुमार सिंह ने सोशल मीडिया पर विशेष नजर रखने के लिए दो कॉन्स्टेबल तैनात किए थे, जो लगातार जनपद में सोशल मीडिया पर हो रही बयानबाजी और तमाम अपलोड वीडियो समेत अन्य भड़काऊ पोस्ट्स पर नजर बनाए हुए थे.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दिन सोशल मीडिया पर 730 भड़काऊ पोस्ट आए थे. जिन्हें डिलीट कराने में पुलिस कॉन्स्टेबल खालिद व मोनू ने अहम भूमिका निभाई और शांति व्यवस्था बनाने में योगदान दिया.
-संतोष कुमार सिंह, एसएसपी, बुलंदशहर

बुलंदशह: अयोध्या भूमि विवाद पर फैसले के दिन सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों पर निगरानी रखी जा रही थी. वहीं बुलंदशहर की मीडिया सेल ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए तत्काल विवादित पोस्ट को संज्ञान में लेकर डिलीट कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कुल 730 पोस्ट बुलंदशहर सोशल मीडिया सेल के द्वारा हटवाई गई. ये सभी पोस्ट माहौल खराब करने वाले थे.

बुलंदशहर में बेहतर पुलिसिंग का परिचय.

सोशल मीडिया में लगे बुलंदशहर पुलिस के दो पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया गया है. जिले में सोशल मीडिया सेल ने शानदार काम किया. दरअसल अयोध्या फैसले को लेकर कुछ असामाजिक तत्व सोशल साइट्स पर भावना भड़काने के उद्देश्य से पोस्ट कर रहे थे. इस दौरान बुलंदशहर सोशल मीडिया सेल कुल 730 भड़काऊ पोस्ट डिलीट कराई.

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अहम भूमिका निभाने वाले सोशल मीडिया सेल में तैनात पुलिसकर्मी खालिद व मोनू को सम्मानित किया गया. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के दौरान पुलिस महकमा सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए था, पुलिस को भय था कि सोशल मीडिया के माध्यम से कोई भी भड़काऊ पोस्ट जनपद की फिजा को खराब कर सकता है. इसलिए एसएसपी सन्तोष कुमार सिंह ने सोशल मीडिया पर विशेष नजर रखने के लिए दो कॉन्स्टेबल तैनात किए थे, जो लगातार जनपद में सोशल मीडिया पर हो रही बयानबाजी और तमाम अपलोड वीडियो समेत अन्य भड़काऊ पोस्ट्स पर नजर बनाए हुए थे.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दिन सोशल मीडिया पर 730 भड़काऊ पोस्ट आए थे. जिन्हें डिलीट कराने में पुलिस कॉन्स्टेबल खालिद व मोनू ने अहम भूमिका निभाई और शांति व्यवस्था बनाने में योगदान दिया.
-संतोष कुमार सिंह, एसएसपी, बुलंदशहर

Intro:अयोध्या प्रकरण में फैंसले के दिन सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों पर निगरानी रखी जा रही थी,तो वहीं बुलंदशहर की जिला पुलिस के मीडिया सेल के कर्मचारियों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए तत्काल विवादित पोस्ट्स को संज्ञान में लेकर डिलीट कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,कुल 730 पोस्ट बुलन्दशहर पुलिस के सोशल मीडिया सेल के द्वारा हटवाई गयीं। ये सभी पोस्ट पूरी तरह से माहौल खराब करने वाली थी,इस काम में लगे बुलन्दशहर पुलिस के दो पुलिस कर्मियों को सम्मानित भी किया गया है। रिपोर्ट देखिएBody:अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद मामले को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दौरान सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट पर निगरानी करने और इन पोस्ट को डिलीट करा कर शांति व्यवस्था बनाए रखने में बुलन्दशहर पुलिस के सोशल मीडिया सेल ने शानदार काम किया है,दरअसल इस दौरान जमकर कुछ असामाजिक तत्व सोशल साइट्स पर भावना भड़काने के उद्देश्य से व समाज के सौहार्दपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे थे तो उन सभी की निगरानी कर रहा था बुलन्दशहर पुलिस का सोशल मीडिया निगरानी सेल,हम आपको बता दें कि बुलन्दशहर सोशल मीडिया सेल के द्वारा निगरानी करते हुए कुल 730 ऐसी भड़काऊ
पोस्ट डिलीट कराई गयीं,इस दौरान अहम भूमिका निभाने वाले सोशल मीडिया सेल में तैनात पुलिसकर्मी खालिद व पुलिसकर्मी मोनू को सम्मानित किया गया एसएसपी बुलन्दशहर के द्वारा ।
हम आपको बता दें कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के दौरान पूरा पुलिस महकमा सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए था, पुलिस को भय था कि सोशल मीडिया के माध्यम से कोई भी भड़काऊ पोस्ट जनपद की फिजा को खराब कर सकता है, इसलिए एसएसपी सन्तोष कुमार सिंह ने सोशल मीडिया पर विशेष नजर रखने के लिए दो कॉन्स्टेबल तैनात किए थे, जो लगातार जनपद में सोशल मीडिया पर हो रही बयानबाजी और तमाम अपलोड वीडियो समेत अन्य भड़काऊ पोस्ट्स पर नजर बनाए हुए थे ,एसएसपी सन्तोष कुमार सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दिन सोशल मीडिया पर 730 भड़काऊ पोस्ट आए थे जिन्हें डिलीट कराने में पुलिस कॉन्स्टेबल खालिद व मोनू ने अहम भूमिका निभाई और शांति व्यवस्था बनाने में योगदान दिया,इतना ही नहीं दोनों पुलिसकर्मी जिले के आने विभाग के सबसे बड़े अधिकारी के द्वारा सम्मानित होकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
बाइट...खालिद ,सम्मानित पुलिसकर्मी।
बाइट....संतोष कुमार सिंह (एसएसपी बुलंदशहर)Conclusion:श्रीपाल तेवतिया,
बुलन्दशहर,
9213400888.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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