बिजनौर: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 20 दिसंबर को जिले के कई कस्बों में विरोध प्रदर्शन हुए थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कई जगह पर झड़प और तकरार हुई थी. जिसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग भी किया था. इसी दिन जिले के कस्बा नहटौर के रहने वाले सुलेमान मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने गया था. नमाज के बाद सीएए के विरोध में जब प्रदर्शन हुआ तो इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गयी. इस पथराव और गोलीबारी के दौरान सुलेमान और अनस की गोली लगने से मौत हो गयी थी.
प्रदर्शन के दौरान गई युवक की जान
- नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 20 दिसंबर को प्रदर्शन के दौरान बिजनौर के नहटौर में दो युवकों की मौत हो गई थी.
- सुलेमान के परिवार का कहना है कि वो मस्जिद में जुमे की नमाज़ अदा करने गया था.
- परिवार का आरोप है कि मस्जिद से निकलते ही पुलिस ने उसको गोली मार दी थी, जबकि वो बिल्कुल बेकसूर था.
- परिवार का कहना है कि वह एक पढ़ने और कुछ बनने वाला लड़का था.
- मृतक के भाई ने बताया कि मृतक सुलेमान यूपीएससी के पेपर की तैयारी में लगा हुआ था, जो पुलिस की बर्बरता का शिकार हो गया.
- भाई के मुताबिक सुलेमान एक आईपीएस अधिकारी बनना चाहता था.