बिजनौर: जिले की जजी परिसर में 17 दिसंबर गोलीकांड के बाद प्रशासन ने मंडावर मार्ग स्थित गेट को बंद कर दिया था. वहां पर प्रशासन की ओर से दीवार बना दी गई थी. इसके बाद से ही अधिवक्ता उस गेट को खोले जाने की मांग कर रहे थे. इसको लेकर अधिवक्ताओं ने न्यायालय में वाद भी दायर किया था, जो अभी भी विचाराधीन है. वहीं अचानक से दीवार गिरने के बाद वकील और पुलिस अधिकारी मीडिया को कुछ भी बताने को तैयार नहीं है.
प्रशासन और अधिवक्ताओं के बीच दीवार को लेकर कई बार तनातनी भी हुई. विवाद की वजह बनी दीवार गुरुवार सुबह अचानक गिर गई. इस संबंध में अधिवक्ता उस दीवार के गिरने और बनने में अपनी कोई भूमिका होने से इंकार कर रहे हैं.
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एसके बबली ने बताया कि हमें न तो दीवार बनाने का पता है और न ही गिराने का. पुलिस निरंतर दीवार के पास तैनात रही है. इस बारे में पुलिस ही बेहतर बता सकती है. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता दीवार हटाकर गेट खुलवाने की मांग निरंतर कर रहे हैं, जिसके लिए न्यायालय में वाद लंबित है.
इसे भी पढ़ें- लखनऊ: विधानसभा के बाहर परिवार ने किया आत्मदाह का प्रयास
इस दीवार को लेकर एसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र ने कैमरे के सामने कुछ भी न बताते हुए मौखिक जानकारी पत्रकारों को दी कि पुलिस द्वारा जजी परिसर में किसी भी तरह की कोई भी दीवार का निर्माण कार्य नहीं कराया गया था.