बिजनौर: गंगा के पार जंगल में खेती करने गए कई ग्रामीण और सैकड़ों की तादात में पशु फंस गए. गंगा का अचानक जलस्तर बढ़ने से ग्रामीण उसमें फंस गए. ग्रामीणों के फंसने की सूचना पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. अफसर मौके पर पहुंचे. पीएसी और एसडीआरएफ की टीम मोटर बोट से मजदूरों को निकालने में जुट गई. एसपी का कहना है कि सभी ग्रामीण सुरक्षित हैं और इन्हें निकालने के लिए प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है.
पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण उत्तराखंड से गंगा में 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ देने से अचानक बिजनौर में गंगा का जलस्तर बढ़ गया. जिला प्रशासन ने गंगा के किनारे बसे दर्जनों गांवों में इस बात का एलान भी कराया. उसके बावजूद भी ग्रामीण गंगा पार करके खेती करने और पशुओं को चराने गए. रावली गांव के कई लोग गंगा का जलस्तर बढ़ जाने से गंगा के पार फंस गए. ग्रामीणों के फंसने की सूचना जब अफसरों को मिली तो आनन-फानन में मुरादाबाद पीएसी और मोटर बोट मंगवाई गई. एसडीआरएफ और पीएसी के जवान मोटर बोट के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन करने में जुट गए हैं.
इस रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया कि एसडीआरएफ व पीएसी की टीम द्वारा अब तक 8 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि 30 लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से उनकी नाव द्वारा उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है. कुछ अन्य लोगों के फंसे होने की सूचना हमें मिली है. इन्हें भी मोटर बोट द्वारा रेस्क्यू करके जल्द से जल्द निकलवा लिया जाएगा. किसी तरह की कोई भी जानमाल की हानि नहीं पहुंची है. जिला प्रशासन और पुलिस की टीम सभी जगह पर नजर बनाई हुई है. ड्रोन से भी पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. सभी को खाने के पैकेट भी उपलब्ध कराए गए हैं.
गंगा के पार फंसे ग्रामीण, प्रशासन का रेस्क्यू जारी - बिजनौर गंगा किनारे फंसे ग्रामीण
बिजनौर में गंगा पार गए कई ग्रामीण फंस गए. ये लोग खेती करने और पशुओं को चराने के लिए गए थे. एसपी का कहना है कि सभी लोग सुरक्षित हैं. पीएसी और एसडीआरएफ की टीम मोटर बोट से लोगों को निकालने में जुटी है.
बिजनौर: गंगा के पार जंगल में खेती करने गए कई ग्रामीण और सैकड़ों की तादात में पशु फंस गए. गंगा का अचानक जलस्तर बढ़ने से ग्रामीण उसमें फंस गए. ग्रामीणों के फंसने की सूचना पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. अफसर मौके पर पहुंचे. पीएसी और एसडीआरएफ की टीम मोटर बोट से मजदूरों को निकालने में जुट गई. एसपी का कहना है कि सभी ग्रामीण सुरक्षित हैं और इन्हें निकालने के लिए प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है.
पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण उत्तराखंड से गंगा में 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ देने से अचानक बिजनौर में गंगा का जलस्तर बढ़ गया. जिला प्रशासन ने गंगा के किनारे बसे दर्जनों गांवों में इस बात का एलान भी कराया. उसके बावजूद भी ग्रामीण गंगा पार करके खेती करने और पशुओं को चराने गए. रावली गांव के कई लोग गंगा का जलस्तर बढ़ जाने से गंगा के पार फंस गए. ग्रामीणों के फंसने की सूचना जब अफसरों को मिली तो आनन-फानन में मुरादाबाद पीएसी और मोटर बोट मंगवाई गई. एसडीआरएफ और पीएसी के जवान मोटर बोट के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन करने में जुट गए हैं.
इस रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया कि एसडीआरएफ व पीएसी की टीम द्वारा अब तक 8 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि 30 लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से उनकी नाव द्वारा उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है. कुछ अन्य लोगों के फंसे होने की सूचना हमें मिली है. इन्हें भी मोटर बोट द्वारा रेस्क्यू करके जल्द से जल्द निकलवा लिया जाएगा. किसी तरह की कोई भी जानमाल की हानि नहीं पहुंची है. जिला प्रशासन और पुलिस की टीम सभी जगह पर नजर बनाई हुई है. ड्रोन से भी पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. सभी को खाने के पैकेट भी उपलब्ध कराए गए हैं.