बिजनौर: 15 दिनों की छुट्टी पर गए डॉक्टर के कारण जिला महिला अस्पताल में आने वाली गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहा है. अल्ट्रासाउंड न होने के कारण गरीब गर्भवती महिलाओं को मजबूरी में निजी अल्ट्रासाउंड सेंटरों का रुख करना पड़ रहा है. परिजनों का कहना है कि अस्पताल की सीएमएस ने साफ तौर पर कहा है कि छुट्टी पर गए डॉक्टर के बाद से किसी अन्य डॉक्टर द्वारा अल्ट्रासाउंड कराने की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में गरीब मरीजों को निजी सेंटर को कई गुना कीमत अदा करनी पड़ रही है.
बिजनौर जिले में महिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड डॉक्टर कपिल चौधरी 15 दिन की छुट्टी पर गए हैं. इस वजह से गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहा है. कर्मचारी साफ तौर पर कह रहे हैं कि डॉक्टर छुट्टी पर हैं इस वजह से वह अल्ट्रासाउंड नहीं कर सकते हैं.
बिजनौर जिले के बार्डर के गांव नियातपुर से 55 किमी दूर गौरव अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए महिला अस्पताल में पहुंचे. उनको उम्मीद थी कि अस्पताल में पूरी सुविधा मिल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. पत्नी सोनी का अल्ट्रासाउंड नहीं हो सका. कर्मचारियों ने बताया कि अगले 15-20 दिनों तक अल्ट्रासाउंड नहीं किए जाएंगे. अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करने वाले डॉक्टर कपिल छुट्टी पर गए हैं. इसके बाद पीड़ित परिजन गर्भवती महिला को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. इसके बाद वह पत्नी को पुरुषों के अस्पताल में लेकर गए जहां उन्हें यह कहकर भगा दिया गया कि यहां गर्भवती महिलाओं के अल्ट्रासाउंड नहीं किए जाते हैं. इसके बाद मजबूरी में उन्होंने पत्नी का निजी सेंटर में ऊंची कीमत पर अल्ट्रासाउंड कराया. वहीं, पति के मुताबिक अल्ट्रासाउंड को लेकर उन्होंने काफी प्रयास किए लेकिन कोई राहत नहीं मिली. मजबूरी में उन्हें निजी सेंटर की ओर रुख करना पड़ा.
ये भी पढ़ेंः लकड़ी लेने जंगल गई महिला का लहूलुहान हालत में मिला शव, दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप