बिजनौर: जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र द्वारा लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें ट्रेनिंग देकर टूल किट देने का काम विभाग द्वारा किया जाता है. यहां पहुंचे लोगों का कहना है कि 4 दिन पहले विभाग द्वारा उन्हें 20 हजार रुपये की टूलकिट में मात्र केवल 3 या 4 हजार का सामान दिया गया. साथ ही उन्हें मिलने वाला ट्रेनिंग का मानदेय 2 हजार रुपये भी अभी विभाग द्वारा नहीं दिया गया है. टूल किट में औजार कम होने पर लोगों द्वारा सामान को वापस कर दिया गया था. जिसके बाद विभाग द्वारा इनको 2 दिन बाद टूल किट देने की बात कही गई थी, लेकिन विभाग द्वारा टूल किट आज तक नहीं दी गई है.
उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र लोगों को बनाता है आत्मनिर्भर
लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए और ऐसे लोग जो छोटे उद्यम लगाकर अपने को मजबूत कर सकते हैं. इसके लिए सरकार द्वारा उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र विभाग द्वारा लोगों को ट्रेनिंग देकर उन्हें टूल किट के माध्यम से औजार दिया जाता है. मिलने वाले इस औजार के माध्यम से यह लोग अपना काम करके अपने जीवन का निर्वाह करते हैं. आज उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र पर लोगों ने पहुंचकर हंगामा किया. उनका कहना है कि विभाग द्वारा उन्हें सर्टिफिकेट तो दे दिया गया, लेकिन ट्रेनिंग के दौरान मिलने वाला 2 हजार रुपये का मानदेय अभी तक विभाग द्वारा नहीं दिया गया है. साथ ही 20 हजार रुपये की जो विभाग द्वारा टूलकिट दी जानी थी वह भी 4 दिन पहले केवल 2 से 3 हजार रुपये के बीच की टूलकिट लोगों को दी गई थी.
नहीं मिला वापस किया हुआ टूल किट
जब लोगों द्वारा इसका विरोध किया गया तो टूलकिट वापस लेकर 2 दिन बाद टूल किट देने के लिए कहा गया, लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक विभाग द्वारा टूलकिट नहीं दी गई है. सुरेंद्र धीमान ने बताया कि 4 दिन पहले हम लोगों को किट दी गई थी, जिनकी लिस्ट हमारे पास है. टूल किट में औजार कम होने टूलकिट वापस कर दी गई थी. जिस पर विभाग ने कहा था कि आपको 2 दिन के बाद टूलकिट मिल जाएगी. इसके बावजूद भी आज तक हमें टूलकिट नहीं मिली है.
उधर उद्यम प्रोत्साहन अधिकारी अमिता रस्तोगी ने फोन पर बताया कि अभी कोई भी टूल किट लोगों को नहीं दी गई है. यह केवल अफवाह है. कुछ टूल किट को देखने के लिये मंगवाया गया था कि जो सरकार की मंशा है. ऑफिस की दीवार पर लिस्ट चस्पा की गई है. उसी के अनुसार लोगों को टूल किट दी जाएगी.