बिजनौर: पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यंग्यजन सशक्तिकरण राज्य मंत्री स्वत्रंत प्रभार मंत्री नरेश कुमार कश्यप (Minister Naresh Kumar Kashyap) बिजनौर के पीडब्ल्यूडी डाक बंगले पहुंचे. यहां उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों और ओबीसी कार्यकर्ताओं (OBC class workers) के साथ बैठक की. इसी बीच कई पीड़ित कश्यप समाज की महिलाओं ने पुलिस की एक तरफा कार्रवाई से नाराज होकर मंत्री की गाड़ी का घेराव (Minister Naresh Kumar Kashyap siege) कर मदद की गुहार लगाई. मंत्री नरेश कुमार कश्यप ने सभी महिलाओं को मदद का भरोसा दिया.
गौरतलब है कि बिजनौर से सटे दारानगर गंज (Daranagar Ganj adjacent to Bijnor) में 20 जुलाई को कश्यप समाज और दलित समाज में मामूली कहासुनी को लेकर विवाद हो गया था. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षो में खूनी संघर्ष हो गया था. कश्यप समाज के पीड़ित ग्रामीणों कि माने तो पुलिस ने दलित समाज के कहने पर महज एक तरफा कार्रवाई करते हुए कश्यप समाज के 13 लोगों पर संगीन धाराओं में केस दर्ज कर अब तक छह लोगों को जेल भेज दिया. कशयप समाज के लोगों की पिटाई में आई चोटों को भी नजर अंदाज किया गया है, जिसे लेकर गांव की तमाम पीड़ित महिलाओं ने बिजनौर के पीडब्ल्यूडी डाक बंगले में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री का घेराव कर मदद की गुहार लगाई.
यह भी पढ़ें- स्पीड से दौड़ रहे हैं स्मार्ट मीटर, नियामक आयोग से शिकायत
बता दें कि आलम यह था कि पीड़ित कश्यप समाज की महिलाएं (Women of Kashyap Samaj) मंत्री की गाड़ी के सामने बैठ गईं. वहीं, खुद को घिरता देख मंत्री ने पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं का सहारा लिया. उनकी गाड़ी बामुश्किल निकल पाई. मंत्री ने महिलाओं को न्याय का भरोसा दिया है. महिलाओं का कहना है कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वह उग्र आंदोलन करेंगी.