बिजनौर: जनपद के दौरे पर आईं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिला संयुक्त चिकित्सालय स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर का लोकार्पण किया. राज्यपाल ने अधिकारियों को महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न इत्यादि मामलों को शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए. उन्होंने वन स्टाप सेंटर के तहत सभी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं व बालिकाओं को अस्थायी आश्रय, पुलिस-डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउंसिलिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए. राज्यपाल ने कहा कि हिंसा की शिकार महिलाओं को अफसर अपनी बहन-बेटी समझकर प्राथमिकता से न्याय दिलाने का काम करें.
24 लाख में बना सखी वन स्टॉप सेंटर: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिला बिजनौर भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर का लोकार्पण किया. सखी वन स्टॉप सेंटर को 24,34,686 रुपये की लागत से तैयार किया गया है.
उत्पीड़न के मामलों में त्वरित न्याय: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित वन स्टाप सेंटर योजना (सखी) महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रही है. किसी महिला के साथ मारपीट, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न या अन्य कोई घटना होती है तो वन स्टाप सेंटर के माध्यम से पीड़ित को न्याय दिलाया जाता है.
महिलाओं को हर तरह की मदद के निर्देश: राज्यपाल ने विभागीय अधिकारियों को महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न इत्यादि मामलों के बारे में चर्चा की और मामलों को शीघ्र निस्तारित करने तथा वन स्टाप सेंटर के तहत सभी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं व बालिकाओं को अस्थायी आश्रय, पुलिस-डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउंसिलिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
बहन-बेटी समझकर समस्या हल कराएं: राज्यपाल ने अधिकारियों से कहा कि पीड़ित महिलाओं को अपनी बहन व बेटी समझकर उनकी समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता पर कराना सुनिश्चित करें. उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि उत्पीड़न से संबंधित किसी भी प्रकार की सहायता के लिए महिलाएं वन स्टाप सेंटर हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क आसानी स्थापित कर सकें इसकी व्यवस्था मजबूत की जाए.
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