बिजनौरः प्रकर्ति की मार झेल रहा एक सिपाही अपने ही विभाग के अधिकारियों के सामने अपने मानदेय के लिए दर दर की ठोकरे खाता फिर रहा है. विभाग द्वारा मानदेय रोके जाने से लाचार सिपाही के घर में रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं. फिलहाल अधिकारियों द्वारा मदद का आश्वाशन दिया जा रहा है.
जिला बागपत के कस्बा बड़ोत निवासी पंकज तोमर 2011 बैच के सिपाही हैं. 2019 में पंकज तोमर की बिजनौर में तैनाती थी. 19 अप्रैल की सुबह लोकसभा चुनाव की ड्यूटी के लिए पंकज तोमर तैयार हो रहे थे. तभी जीने से उतरते वक्त पंकज गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. परिजनों ने घायल अवस्था में पंकज को बिजनौर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां पर डॉक्टरों द्वारा पंकज की रीड की हड्डी टूटना बताया.
घायल के परिजनों ने पंकज को सभी जगह दिखाया, लेकिन पंकज की हालत में सुधार नहीं हुआ. 18 महीने बीतने के बाद 30 अक्टूबर से पंकज कि विभाग द्वारा प्रतिमाह मिलने वाली तनख्वाह भी रोक दी गई. जिसके कारण पंकज के घर में रोजी रोटी के लाले पड़ गए.
इसी मामले को लेकर आज पंकज तोमर बिजनौर एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह से मिले और अपनी मजबूरी बयां करते हुए प्रतिमाह तनख्वाह दिलाए जाने की मांग की है. पंकज का कहना है कि विभाग द्वारा यदि उन्हें तनख्वाह नहीं मिली तो उनके मासूम बच्चे भूखे मर जाएंगे. फिलहाल बिजनौर एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने पंकज तोमर को मदद का आश्वासन दिया है.