बिजनौर: जिले के बढ़ापुर थाना क्षेत्र में लिपटिस के पेड़ काटने के विवाद में 3 दिसंबर को एक्टर भूपेंद्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर ताबड़तोड़ गोलीयां बरसाकर एक किसान की हत्या कर दी. एक ही परिवार के चार लोगों पर गोलियां बरसाने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. दबंग भूपेंद्र ने पहले कई फिल्मों और नाटक में जूनियर कलाकार का किरदार भी निभाया था. लेकिन, असल जिंदगी में भी वह खलनायक बन गया. 3 दिसंबर को पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया था. लेकिन, 4 नवंबर को गुरुदीप और उसके छोटे बेटे को हायर सेंटर मेरठ अस्पाल रेफर कर दिया गया था. पीड़ित ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप भी लगाया था. डीआईजी मुनिराज ने 3 दिसंबर की रात को मौका मुआयना कर कार्रवाई करने की बात कही थी.
पूरा मामला बिजनौर के बढ़ापुर थाना क्षेत्र के कुआं खेड़ा गांव का है. जंहा रविवार की दोपहर को उस वक्त हड़कम्प मच गया जब खेत की मेढ़ पर खड़े लिपिटस के पेड़ को काटने को लेकर एक ही परिवार के चार लोगों पर दबंग भूपेंद्र ने गोलियां चला दी. गोली लगने से गोविंद सिंह की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, गुरदीप सिंह (60), बीरो बाई (55) और भाई बॉबी उर्फ अमरीक सिंह गोली लगने से घायल हो गए थे. घायल दंपत्ति और उसके बेटे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अफजलगढ़ ले जाया गया. हालत गंभीर देखते हुए डाक्टरों ने उन्हें हायर सेंटर बिजनौर जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
बता दें कि आरोपी भूपेंद्र अपने परिवार के साथ राजस्थान में रहता है. बीच बीच में वह मुंबई भी जाता रहता है. भूपेंद्र 1990 में मुंबई गया था और टीवी सीरियल सहित कई फिल्मों में जूनियर कलाकार की भूमिका निभाई थी. 1996 में हत्यारोपी ने फिल्म प्यार ना होगा कम,एक हसीना थी,1998 में श्याम घनश्याम,2000 में अन्नानी, 2010 में सोच सहित कई फिल्मों में काम किया था. भूपेंद्र लॉक डाउन के समय वापस अपने गांव आया था. इसके बाद से वह अपने फार्म हाउस में कुछ समय बिताने लगा.
इसे भी पढ़े-भाभी की बहन से प्यार था, घरवाले थे विरोध में, प्रेमिका को मारकर खुद को गोली से उड़ाया
भूपेंद्र का बढ़ापुर में 100 एकड़ का कृषि फार्म है. भूपेंद्र कुछ दिन पहले ही गांव आया और 19 नवंबर को खेत की मेढ़ पर खड़े पेड़ कटवा रहा था. गुरुप्रित ने अपने पेड़ बताते हुए उन्हें काटने का विरोध भी किया था. जिसकी शिकायत उसने पुलिस से भी की थी. लेकिन, पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी. इस घटना के बाद जिला अस्पताल में भर्ती गंभीर रूप से घायल गुरदीप सिंह ने डीआईजी मुनिराज से पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था.
पीड़ित ने डीआईजी मुरदाबाद मुनिराज से कहा था कि पुलिस अगर समय से कार्रवाई कर देती तो आज यह घटना नहीं होती. उसके बेटे की जान बच सकती थी.
हत्यारोपी ने अपनी दबंगई के बल पर पौड़ी से लिए लाइसेंसी बंदूक से गोलियां चलाई थी. पुलिस ने भूपेंद्र को 3 दिसंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने अब इसके साथी ज्ञान सिंह,जीवन सिंह और गुरुजत सिंह आरोपियों को हिरासत में ले लिया है.
डीआईजी मुरादाबाद मुनिराज ने बताया कि पेड़ काटने के विवाद में भूपेंद्र नाम के व्यक्ति ने लाइसेंसी बंदूक से गोली चलाई है. एक कि मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल है. आरोपी भूपेंद्र और एक अन्य को हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की बारीकी से जांच की जा रही है. पुलिस की लापरवाही के सवाल पर उन्होंने कहा कि एडिशनल एसपी से इसकी जांच कराई जायेगी.
गौरतब है कि आरोपी भूपेंद्र ने 3 दिसंबर को अपने अन्य साथियों के साथ परिवार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी. लगभग 14, 15 राउंड फायरिंग की गोली लगने से उसके एक बेटे गोविंद की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि, गुरुपरित और उसकी पत्नी और दूसरा बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था. मृतक भाई गोविंद ने अपनी बहन सुखबिंदर कौर को कसम देकर जंगल में ही छिपे रहने की बात कही थी, जिससे बहन की जान बच गई. बहन सुखबिंदर कौर ने बताया कि जब गोली बारी शुरू हुई तो, उसके भाई ने उसे कसम देकर उसे खेत में ही छिपे रहने के लिए कहा था. जिससे उसकी तो जान बच गई लेकिन, उसने अपने सगे भाई गोविंद को इस हादसे में खो दिया.
यह भी पढ़े-मिर्जापुर में ग्रामीण की हत्या; रात में सोते समय धारदार हथियार से गला रेतकर चुपचाप चले गए हत्यारे