बस्ती: सूबे में गरीब महिलाओं को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर महिला समूहों का गठन कर उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. वहीं हरैया ब्लॉक के ग्राम पंचायत औरातोंदा में समूह की महिलाओं के लिए न ही रोजगार की कोई व्यवस्था की गई, न प्रधानमंत्री आवास मिला और न ही शौचालय मिला है.
इस गांव के समूह की महिलाओं ने बार-बार इसकी शिकायत ब्लॉक के कर्मचारी व अधिकारियों से की, लेकिन आज तक ब्लॉक से कोई भी अधिकारी गांव तक नहीं पहुंचा और न ही इन गरीब महिलाओं की सुध ली गई. महिलाओं का आरोप है कि प्रधान ने हमारा नाम आवास की लिस्ट से कटवा कर अपात्रों को आवांटित कर दिया है.
इन्हीं सब मुद्दों को लेकर लगभग दो दर्जन महिलाओं ने हरैया ब्लॉक को घेर लिया और ग्राम प्रधान के खिलाफ नारेबाजी. महिलाओं के आक्रोश को देखकर एडीओ पंचायत ने इनके शिकायत पत्र को लेकर जांच करवाने का भरोसा दिया, लेकिन महिलाएं तब भी नहीं मानी और बीडीओ हरैया से मिलने की जिद्द करने लगीं. समूह की सभी महिलाएं ब्लॉक परिसर में ही धरने पर बैठ गईं. थोड़ी देर बाद बीडीओ हरैया सभी महिलाओं से मिलीं और उनको आश्वासन दिया की जांच कराई जाएगी. जो पात्र होगा उनको आवास व अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी.
बीडीओ श्वेता वर्मा ने बताया कि समूह की महिलाओं ने बताया है कि आवास के नाम पर प्रधान ने पैसा लिया है और आवास नहीं दिया. कुछ महिलाओं के पात्र होने के बाद भी आवास व शौचालय नहीं है. इसके लिए जांच टीम गठित कर दी गई है. जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इन महिलाओं को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का भी प्रयास किया जाएगा.