बस्ती : बीजेपी के विधायक अजय सिंह का शनिवार को एक बार फिर से भड़क गए. जिला पंचायत की बैठक के दौरान विधायक अजय सिंह अपना आपा खो बैठे. दरअसल, शनिवार को बस्ती जिला पंचायत सभागार में जिला पंचायत बोर्ड की बैठक आयोजित की गई. यह बैठक हंगामेदार रही.
बता दें, बैठक में अधिकारियों की अनुपस्थिति पर एमएलसी प्रतिनिधि व टेंडर में भ्रष्टाचार को लेकर जिला पंचायत सदस्यों ने नाराजगी जाहिर किया. इसी बीच जिला पंचायत सदस्यों व हर्रैया विधायक अजय सिंह के बीच नोंकझोक हो गई. माहौल गरम होता देख अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने लोगों को शांत कराया. एमएलसी प्रतिनिधि हरीश सिंह ने बोर्ड की बैठक में सीडीओ, डीडीओ सहित अन्य अधिकारियों की अनुपस्थिति का मुद्दा उठाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बोर्ड की बैठक में भाग न लेने वाले अधिकारियों को डीएम के माध्यम से शासन को पत्र भेजकर संज्ञान में लाया जाए. जिस पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध पत्र भेजे जाने का निर्णय लिया.
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जिला पंचायत सदस्य वीरेंद्र चौधरी ने टेंडर में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया. उनके क्षेत्र में बन रही जिला पंचायत की सड़कों पर शिलापट में नाम न लिखे जाने का उन्होंने सवाल किया. वहीं, हर्रैया विधायक अजय सिंह ने पिछली सरकार का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में कहीं कोई भ्रष्टाचार नहीं है. इसी बीच जिला पंचायत सदस्यों से नोंकझोक होने लगी. हालांकि, जिला पंचायत अध्यक्ष ने लोगों को किसी तरह शांत कराया. उसके बाद 15वें वित्त आयोग एवं राज्य वित्त आयोग वित्तीय 2022-23 की परियोजना व अनुपूरक कार्य योजना सर्व सम्मत से पास की गई.
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि सम्मानित सदस्यों की मंशा के अनुरूप विकास कार्य चरणबद्ध ढंग से कराए जाएंगे. बैठक से पहले सांसद हरीश द्विवेदी ने 15वें वित्त आयोग एवं पंचम राज्य वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि से स्वीकृत 82 परियोजनाओं के लिए 1895.25 लाख रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास काटकर किया.
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