बस्ती: बस्ती ट्रक एसोसिएशन की सक्रियता से परिवहन महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. एसोसिएशन ने ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है, लेकिन इसके बावजूद कहीं न कहीं आरटीओ विभाग के अधिकारियों की लापरवाही उनकी नियत पर सवाल खड़े करती है.
- ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल सिंह के नेतृत्व में ओवरलोडेड ट्रकों को रोका गया.
- जिले के टाण्डा पुल के पास ट्रक मालिकों ने बाहर से आने वाले ओवरलोडेड ट्रकों को रोका.
- इसके बाद एआरटीओ एपी चौबे को फोन करके बुलाया गया.
- सूचना मिलने के बाद भी एआरटीओ को मौके पर पहुंचने में कई घंटे लग गए.
- एआरटीओ ओवरलोडेड ट्रकों का चालान करने को तैयार नहीं थे.
- ट्रक मालिकों की नाराजगी के बाद मजबूर होकर एआरटीओ को सात गाड़ियों का चालान करना पड़ा.
- साथ ही ओवरलोड गाड़ी पर लाखों रूपये का जुर्माना भी लगाया.
वहीं कुछ ड्राइवर ट्रक छोड़कर फरार हो गए थे. इस पर कार्रवाई के लिए भी एसोसिएशन के लोग कह रहे थे, लेकिन एआरटीओ ने ये कहते हुए मना कर दिया कि मुझे ई चालान करना नहीं आता. बता दें कि नियमतः अगर कोई वाहन छोड़कर फरार हो जाता है तो उसके खिलाफ ई चालान की कार्रवाई की जाती है.
बस्ती ट्रक एसोसिएशन के रत्नाकर श्रीवास्तव आदर्श ने कहा कि हम लोग अण्डरलोड गाड़िया चलवाना चाहते हैं, लेकिन बाहरी गाड़ियों के ओवरलोडिंग के कारण हमें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. यहां तक कि गाड़ी की किस्त और ड्राइवर का खर्चा तक नहीं निकल रहा है.
किसी हाल में ओवरलोडिंग को चलने नहीं दिया जाएगा. हमें एसोसिएशन का सहयोग मिल रहा है, जिससे हम कार्रवाई कर पा रहे हैं.
-एपी चौबे, एआरटीओ (ई)