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बस्ती: वृक्षारोपण अभियान में हुई खानापूर्ति, मानक के विपरीत लगाए गए पौधे

यूपी में वृक्षारोपण महाकुंभ के तहत सभी जिलों में पौधरोपण किया गया, लेकिन बस्ती जिले में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने रस्म अदायगी कर अपनी ड्यूटी पूरी कर ली. जिले में पौधों को मानक के विपरीत लगाया गया, जब इस बारे में जिलाधिकारी से बात करने की कोशिश की कई तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया.

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Published : Aug 10, 2019, 9:17 AM IST

बस्ती में मानक के विपरीत लगाए गए पौधे.

बस्ती: यूपी में 22 करोड़ पौधरोपण का कार्य कैसे पूरा होगा, अब जिले के अधिकारी ही वृक्षारोपण महाकुंभ के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं. बस्ती में 30 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है. इसके तहत शुक्रवार को चंदो ताल क्षेत्र में महज तीन मीटर की दूरी पर 7800 पौधे लगाए गए.

बस्ती में मानक के विपरीत लगाए गए पौधे.

मानक के विपरीत लगाए गए पौधे
आम, पीपल और बरगद के पौधे मानक के विपरीत लगाए गए, जिससे इन पौधों का विकास नहीं होगा. बरगद, आम और पीपल के बीच कम से कम 20 मीटर की दूरी होनी चाहिए. सचिव नोडल महेन्द्र अग्रवाल, कमिश्नर बस्ती मंडल अनिल सागर, जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव और सांसद हरीश द्विवेदी कांजीवेटर, डीएफओ ने पौधे तो लगाए मगर खानापूर्ति के साथ.

अधिकारियों ने वृक्षारोपण महाकुंभ के तहत की खानापूर्ति
सूबे के मुखिया ने पयार्वरण में सुधार और उत्तर प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए प्रदेश में 9 अगस्त को वृक्षारोपण महाकुंभ की शुरुआत की, जिसके तहच 22 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है, लेकिन हद ये है किसी भी अधिकारी को पौधरोपण के मानक जानकारी नहीं है. जनपद के चंदो ताल में वृक्षारोपण महाकुंभ का आयोजन किया गया था, जिसमें सचिव नोडल अधिकारी महेंद्र अग्रवाल मुख्य अतिथि थे. साथ में जनपद के अन्य आला अधिकारी भी मौजूद रहे.

जिलाधिकारी ने कुछ भी बोलने से किया मना
इस बारे में जिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बयान देने से मना कर दिया, जबकि एक पौधे पर 8 से 10 रुपये का खर्च आता है, अब तक लाखों का धन पौधरोपण के नाम पर खर्च हो चुका है. हर वर्ष लाखों पौध लगाए जाते हैं, लेकिन देखरेख के अभाव में वे सूख जाते हैं, महज 25 से तीस प्रतिशत पौधे ही जीवित रह पाते हैं, लेकिन जिम्मेदार का इस तरफ ध्यान नहीं जाता. केवल कागजों में पौधे लगाए जाते हैं और जो लगाए जाते वो भी गुणवत्ता विहीन तरीके से.

बस्ती: यूपी में 22 करोड़ पौधरोपण का कार्य कैसे पूरा होगा, अब जिले के अधिकारी ही वृक्षारोपण महाकुंभ के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं. बस्ती में 30 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है. इसके तहत शुक्रवार को चंदो ताल क्षेत्र में महज तीन मीटर की दूरी पर 7800 पौधे लगाए गए.

बस्ती में मानक के विपरीत लगाए गए पौधे.

मानक के विपरीत लगाए गए पौधे
आम, पीपल और बरगद के पौधे मानक के विपरीत लगाए गए, जिससे इन पौधों का विकास नहीं होगा. बरगद, आम और पीपल के बीच कम से कम 20 मीटर की दूरी होनी चाहिए. सचिव नोडल महेन्द्र अग्रवाल, कमिश्नर बस्ती मंडल अनिल सागर, जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव और सांसद हरीश द्विवेदी कांजीवेटर, डीएफओ ने पौधे तो लगाए मगर खानापूर्ति के साथ.

अधिकारियों ने वृक्षारोपण महाकुंभ के तहत की खानापूर्ति
सूबे के मुखिया ने पयार्वरण में सुधार और उत्तर प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए प्रदेश में 9 अगस्त को वृक्षारोपण महाकुंभ की शुरुआत की, जिसके तहच 22 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है, लेकिन हद ये है किसी भी अधिकारी को पौधरोपण के मानक जानकारी नहीं है. जनपद के चंदो ताल में वृक्षारोपण महाकुंभ का आयोजन किया गया था, जिसमें सचिव नोडल अधिकारी महेंद्र अग्रवाल मुख्य अतिथि थे. साथ में जनपद के अन्य आला अधिकारी भी मौजूद रहे.

जिलाधिकारी ने कुछ भी बोलने से किया मना
इस बारे में जिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बयान देने से मना कर दिया, जबकि एक पौधे पर 8 से 10 रुपये का खर्च आता है, अब तक लाखों का धन पौधरोपण के नाम पर खर्च हो चुका है. हर वर्ष लाखों पौध लगाए जाते हैं, लेकिन देखरेख के अभाव में वे सूख जाते हैं, महज 25 से तीस प्रतिशत पौधे ही जीवित रह पाते हैं, लेकिन जिम्मेदार का इस तरफ ध्यान नहीं जाता. केवल कागजों में पौधे लगाए जाते हैं और जो लगाए जाते वो भी गुणवत्ता विहीन तरीके से.

Intro:रिपोर्ट- सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो- 9889557333

स्लग- पौधरोपण के नाम पर फ़ोटो सेसन

एंकर- प्रदेश में कैसे पुरा होगा 22 करोड़ पौधों का बृच्छ रोपण का कार्य, जब प्रदेश के और जिले के अधिकारी कर रहे है पौध रोपण के नाम पर खानापूर्ति, बस्ती में 30 लाख पौधों का वृक्ष रोपण करने का लक्ष्य है। जिसके तहत आज चंदो ताल के छेत्र में 7800 पौधों का वृक्षारोपड़ तो किया गया लेकिन महज तीन मीटर की दूरी पर पौधे लगा दिए गए, आम पीपल और बरगद के पौधे मानक के विपरीत लगा दिए जिससे इन पौधों का विकास नही होगा।बरगद और आम पीपल के बीच कम से कम 20 मीटर की दूरी होनी चाहिए। सचिव नोडल महेन्द्र अग्रवाल कमिश्नर बस्ती मंडल अनिल सागर ,जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव सांसद हरीश द्विवेदी कांजीवेटर, डीएफओ ने किया वृक्ष तो लगाया मगर खानापूर्ति के साथ।

सूबे के मुखिया पयार्वरण में सुधार और उत्तर प्रदेश को हरा भरा बनाने के लिए प्रदेश में 9 अगस्त को वृक्षारोपड़ का कार्यक्रम किया गया, प्रदेश में 22 करोड़ पौधों का रोपण करने का लक्ष्य था, जबकि बस्ती जनपद में  30 लाख पौधों का वृक्षारोपड़ होना है जिसमे अधिकारियो द्वारा बृच्छरोपन की खान पूर्ति की जा रही है, किसी भी अधिकारी को पौध रोपण के मानक के बारे में जानकारी नही है। जनपद के चंदो ताल में वृक्षारोपड़ का कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें सचिव नोडल अधिकारी महेंद्र अग्रवाल मुख्य अतिधि थे साथ में जनपद के अन्य आला अधिकारी भी मौजूद रहे,


Body:आज चंदो ताल के इलाके में 7800 सौ पौधों का बृच्छ रोपण किया गया और महज तीन मीटर के दूरी पर आम व पीपल बरगद के पौधरोपण कर खानापूर्ति की गई, किसी अधिकारी ने ये जानकारी नही ली क्या तीन फीट में आम पीपल और बरगद के पेड़ का विकास हो सकता है जबकी इन पौधों की दूरी कम से कम 20 मीटर से अधिक होना चाहिए तब इन पौधों का विकास होता है लेकिन किसी अधिकारी और वन बिभाग के अधिकारी भी जहमत नही उठाये, बस वे पौधरोपन के नाम पर खानापूर्ति करते नजर आए, पौधों के जानकर की माने तो ये दूरी काफी कम है,


Conclusion:जिससे किसी पौधे का विकास नही हो पायेगा, जब इस बारे में जिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बयान देने से मना कर दिया जबकिं एक पौधों पर 8 से 10 रुपये का खर्च आता है, अब तक लाखो का धन पौध रोंपन के नाम पर वारा न्यारा किया जा चुका है, हर वर्ष लाखो पौध लगाए जाते है लेकिन देख रेख के अभाव में वे सुख जाते है, महज 25 से तीस प्रतिशत पौधे ही जीवित रह पाते है लेकिन जिम्मेदार का इस तरफ ध्यान नही  जाता। केवल कागजो में पौधे लगाए जाते है और जो लगाए जाते वो भी गुणवत्ता विहीन, 

बाइट- हरीश द्विवेदी.....सांसद 
बाइट- महेंद्र अग्रवाल..... नोडल अधिकारी व सचिव
बाइट- माली


बस्ती यूपी
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