बस्ती: सूबे के मुखिया के बार-बार निर्देशन के बाद भी आवारा पशुओं को पकड़ने में जिले के जिम्मेदार अधिकारी फिसड्डी साबित हो रहे हैं. जिस वजह से आए दिन कोई न कोई घटना हो रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त निर्देश है कि छुट्टा पशु सड़कों पर नहींं दिखने चाहिए. इसके लिए हर गांव में गोशाला बनाने का आदेश है. मगर गोशालाएं भी अब महज शो पीस साबित हो रही हैं. छुट्टा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं और लोगों की जान के लिए आफत बन रहे हैं. या यू कहें छुट्टा जानवर अब हमला कर जान ले ले रहे हैं.
इसी कड़ी में गुरुवार को पैकौलिया थाना क्षेत्र के औरातोंदा गांव के निवासी रामधीरज (60) पर आवारा पशु ने हमला कर दिया. जब तक ग्रामीण रामधीरज को बचाने का प्रयास करते तब तक आवारा पशु ने बुजुर्ग व्यक्ति को मार कर घायल कर दिया. परिजन आनन-फानन में घायल बुजुर्ग को सीएचसी हरैया लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने रामधीरज को मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने बताया की आवारा पशुओं की शिकायत सीएम पोर्टल से लेकर जिलाधिकारी, बीडीओ, व स्थानियें थाने की पुलिस से की कई थी.
लेकिन, सभी ने कागजों मे छुट्टा पशु पकड़ने की गलत रिपोर्ट लगाकर केवल कोरम पूरा कर लिया. जबकि, धरातल पर आज भी आवारा पशु झुंड बनाकर घूम रहे हैं. जो गांव के लगभग दो-तीन लोगों को घायल कर चुके हैं. रामधीरज के भतीज ने बताया कि आज सुबह हमारे चाचा नित्यक्रिया करने जा रहे थे. तभी आवारा पशु ने हमला बोल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई. पहले भी अवारा जानवरों के हमले से गांव के कई लोगों की मौत हुई है. जिसकी बार-बार अधिकारियों व सीएम पोर्टल पर शिकायत की गई है, लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई.
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