बस्ती: सरकार ने जीरो टॉलरेंस की व्यवस्था भले ही लागू कर दी हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. लोक निर्माण विभाग में बड़े पैमाने पर टेंडर घोटाला किया जा रहा है. सरकार दावा कर रही है कि किसी भी काम के लिए ई-टेंडरिंग होगी, उसके बाद ही वह हो सकेगा, लेकिन ई टेंडरिंग के नाम पर अधिकारी और ठेकेदार जमकर खेल कर रहे हैं.
बीजेपी एमएलसी देवेंद्र सिंह के प्रतिनिधि ने शासन में ई-टेंडरिंग में हो रहे खेल को लेकर एक शिकायत की है, जिसमें आरोप लगाया है कि बस्ती लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता अपने चहेते ठेकेदारों को करोड़ों का ठेका नियम विरुद्ध दे रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पॉलिटेक्निक रोड का टेंडर अधिकारियों ने ऐसे ठेकेदार को कर दिया, जिसने एक फर्जी एफिडेविट लगाया है और मोटा कमीशन लेकर उस ठेकेदार को 11 करोड़ की सड़क का काम सौंप दिया है.
हरीश सिंह ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता रामानन्द और अधिशासी अभियंता शुभ नारायण राव अपनी मनमानी कर रहे हैं और चहेते ठेकेदारों को टेंडर देने के लिए नियमों का मखौल उड़ा रहे हैं. इस पूरे प्रकरण की शिकायत उनके द्वारा शासन में की गई है और बस्ती लोक निर्माण विभाग में हो रहे व्यापक भ्रष्टाचार और अनियमितता की जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई है.
वहीं इस मामले को लेकर जब हमने अधीक्षण अभियंता रामानन्द से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कैमरे पर बात करने से मना कर दिया.
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