बस्ती: मेडिकल कॉलेज में पूर्ण निर्माण कार्यों को बार-बार कहने के बावजूद हैंडओवर न करने पर डीएम आशुतोष निरंजन ने नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने यूपी राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबन्धक को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है. कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित निर्माण कार्यो की प्रगति की समीक्षा बैठक में उन्होंने पाया कि लगभग 83 फीसदी निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है. इसके बावजूद भी वाटर सप्लाई, लैंडस्केपिंग, रोड और मल्टीपर्पज हॉल का कार्य अधूरा है. शासन द्वारा इसके निर्माण के लिए पूरी धनराशि उपलब्ध करा दी गई है.
समीक्षा में जिलाधिकारी ने पाया कि सात कार्यदायी संस्थाओं के पास एक करोड़ से अधिक लागत के 57 कार्य हैं, लेकिन आठ अभी तक शुरू नहीं हुए हैं. जिलाधिकारी ने इस पर भी असंतोष व्यक्त किया है. समीक्षा में उन्होंने यह भी पाया कि स्वास्थ्य विभाग के 30 वेलनेस सेण्टर बनकर तैयार हो गए हैं. उसमें काम भी शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक थर्ड पार्टी असेसमेंट न होने के कारण विभाग को हैंडओवर नहीं हुआ है. जिलाधिकारी ने अधूरे कार्यों के लिए अधिशासी अभियन्ता को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है.
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सभी निर्माण एजेन्सी प्राप्त धनराशि का 75 फीसदी व्यय करने के तत्काल बाद सक्षम स्तर से उपभोग प्रमाण पत्र विभाग को उपलब्ध कराएंगे. कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी ने सीडीओ को नियमित जांच के लिए निर्देशित किया है. उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि भवन निर्माण से संबंधित विभागीय अधिकारी भी सक्रियता दिखाएं और नियमित रूप से निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते रहें.
वहीं इस समीक्षा में उन्होंने पाया कि रूधौली और भानपुर में फायर स्टेशन का काम शुरू हो गया है. आईटीआई बस्ती में बाउण्ड्रीवाल नाली और स्थल विकास का कार्य कराने के लिए धन प्राप्त हो गया है. बैठक का संचालन अर्थ एवं संख्याधिकारी टीपी गुप्ता ने किया. बैठक में सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका, अधिशासी अभियन्ता पीडब्लूडी शुभनारायण राव और कार्यदायी संस्थाओं ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, आवास विकास परिषद एवं अन्य कार्यदायी संस्थाओं के अभियन्ता उपस्थित रहें.