गोरखपुर: एक तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityana) अवैध स्टैंड (illegal bus stand) और वसूली रोकने के लिए लगातार अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर गोरखपुर में पार्किग का ठेका लेकर वहां अवैध स्टैंड बना दिया गया है, जहां बसों का नंबर लगाने के नाम पर तीन-तीन सौ रुपए की वसूली हो रही है. हैरान कर देने वाली बात यह है कि यह अवैध वसूली और कोई नहीं बल्कि तिहरे हत्याकांड के अभियुक्त बालमुकुंद का गुर्गे प्रदीप सिंह द्वारा की जा रही है.
गोरखपुर में इस तरह की हो रही अवैध वसूली की आवाज सीएम योगी के कान तक कई महीने पहले भी पहुंची थी. एक जनप्रतिनिधि का इसमें संरक्षण भी था. इस बीच इस मामले में एडीजी जोन अखिल कुमार को तीन से चार शिकायतें भी मिल चुकी हैं, जिसके बाद उन्होंने एसएसपी और एसपी ट्रैफिक को इसे तत्काल बंद कराने और वसूली करने वाले ठेकेदारों पर केस दर्ज कर पकड़ने का निर्देश दिया है.
एडीजी को मिली शिकायत के अनुसार जैतपुर तिहरे हत्याकांड के एक अभियुक्त बालमुकुंद के गुर्गे प्रदीप सिंह के पास यूनिवर्सिटी पार्किंग का ठेका है, जहां कोई भी अपनी गाड़ी खड़ी कर शहर में जा सकता है लेकिन वहां धड़ल्ले से प्राइवेट बसों का संचालन शुरू हो गया है. बकायदा बसों का नंबर लगाया जाता है और एक बस के नंबर लगाने के लिए तीन-तीन सौ रूपये वसूले जाते हैं. इतना ही नहीं रुपए न देने पर धमकी और मारपीट की जाती है.
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सूत्रों के अनुसार, इससे लाखों की वसूली हो रही है. एक शिकायतकर्ता ने प्रदीप सिंह पर मारपीट और बस के कर्मचारियों को धमकी देने का आरोप लगाया है, जिसके बाद एडीजी ने कार्रवाई का सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि जांचकर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाय और अरेस्ट किया जाए. साथ ही जरूरत हो तो गैंगेस्टर की भी कार्रवाई की जाए और अवैध बस स्टैंड का संचालन व वसूली हर हाल में बंद कराया जाए.