बस्ती: पुलिस ने राहुल यादव हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है. पुलिस ने राहुल की हत्या के आरोप में उसके दोस्त महेश यादव और अमरनाथ यादव को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, आरोपी महेश का राहुल के घर आना-जाना था. वह राहुल की बहन पर बुरी नजर रखता था. राहुल ने महेश की इस हरकत पर नाराजगी जताई थी. इस कारण दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था. इस घटना के बाद महेश ने अमरनाथ के साथ मिलकर राहुल की हत्या की प्लानिंग कर ली और जंगल में ले जाकर धारदार हथियार से काटकर मार डाला.
एसपी आशीष श्रीवास्तव के अनुसार, बीते 22 मार्च को मंसूरनगर तरैनी गांव के पास झाड़ियों में राहुल यादव का शव बरामद हुआ था. आरोपियों ने धारदार हथियार से काट कर राहुल यादव को मौत के घाट उतारा था. पहचान छिपाने के लिए उसके दोनों हाथ भी काट दिए थे. राहुल की मां ने शव की पहचान की थी.
शव मिलने की सूचना के बाद पुलिस ने जब मामले की छानबीन शुरू की तो एक गाड़ी यूपी 32 एजी 1073 के बारे में पता चला. पुलिस ने इस गाड़ी के बारे में तहकीकात शुरू की. जांच में सामने आया कि यह गाड़ी राहुल की बहन के नाम रजिस्टर्ड है, जो लखनऊ के गोमतीनगर की रहने वाली है. राहुल यादव की मां मीना यादव से जब पुलिस ने संपर्क किया तो पता चला कि उनकी बेटी के नाम से कोई गाड़ी रजिस्टर्ड नहीं है. इसके बाद पुलिस ने मीना यादव से राहुल के शव की शिनाख्त कराई.
इसके बाद पुलिस ने मीना यादव की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया. जांच में शक की सुई अमरनाथ यादव और महेश यादव की घूमी. दोनों से पुलिस ने जब गहनता से पूछताछ की तो पूरे घटनाक्रम का खुलासा हो गया. एसपी आशीष श्रीवास्तव के अनुसार, राहुल और आरोपी महेश यादव दोस्त थे. दोनों प्रापर्टी डीलर का काम करते थे. महेश का राहुल के घर में अक्सर आना जाना रहता था. वह राहुल की बहन पर बुरी नजर रखता था. उसने कई बार शादी का दबाव भी बनाया जबकि महेश यादव पहले से शादी शुदा था. इस बात पर राहुल और महेश के बीच झगड़ा हुआ. इसके बाद महेश ने राहुल को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया. चूंकि दोनों प्रापर्टी डीलर थे इसलिए अक्सर घर से दो-चार दिन बाहर रहते थे. मुख्य आरोपी महेश यादव गौर थाना क्षेत्र के कछिया गांव का रहने वाला था. वह राहुल को लखनऊ से अपने साथ गांव ले आया. रास्ते में दोनों ने शराब पी. जब राहुल नशे में बेसुध हो गया तब महेश और उसके साथी अमरनाथ यादव उसे जंगल में ले गए, जहां दोनों ने धारदार हथियार से काटकर राहुल की हत्या कर दी. राहुल के हाथ पर कुछ निशान थे, इसलिए पहचान छिपाने के लिए उसके दोनों हाथ काट दिए. पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए दोनों आरोपी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है. हत्या में प्रयुक्त हथियार को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है.