बस्ती: यूपी में पुलिस अपनी छवि को बदलने की पुरजोर कोशिश करती नजर आ रही है. बस्ती में दो छोटे बच्चे घर से निकलकर सड़क पर रोते हुए जा रहे थे. वहीं एक सिपाही की इन पर नजर पड़ी. सिपाही ने दोनों बच्चों के लिए नए कपड़े खरीदे और उन्हें पहनाए. साथ ही उन्हें खाना भी खिलाया. इसके बाद दोनों को सकुशल उनके घर पहुंचाया.
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देश पर जनपद बस्ती में चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के तहत थाना वाल्टरगंज जनपद अंतर्गत पकड़ डीहा गांव में डब्लू 8 वर्षीय और बॉबी देओल 7 वर्षीय अपने नाना-नानी के घर आए थे. यहां परिजनों के डांटने पर नंगे पांव बिना कपड़े पहने ही वह घर से रोते हुए निकल गए. भरौली बाबू मोड़ पर थाना वाल्टरगंज के आरक्षी सतीश कुमार पाण्डेय ने बच्चों को रोते हुए देखा. इसके बाद उन्होंने बच्चे से रोने का कारण और बच्चों के माता-पिता का नाम-पता पूछा. हालांकि बच्चों ने माता-पिता का नाम तो बताया, लेकिन अपना पता नहीं बता पा रहे थे.
आरक्षी बच्चों को थाना वाल्टरगंज पर लाए और बच्चों के खाने-पीने की व्यवस्था कर, उन्हें नए कपड़ा पहनाए. इसके बाद बच्चे जिस गांव से निकले थे उसका लोकेशन बच्चों ने थोड़ा सा बताया जिसके बाद आरक्षी ने बच्चों को मोटरसाइकिल पर बैठाकर बच्चों के नाना-नानी के गांव की तलाश की. बच्चों की ओर से गांव और नाना-नानी को पहचानने के बाद आरक्षी ने उनको उनके नाना-नानी के सुपुर्द कर दिया.