बस्ती: हर साल की तरह इस बार भी वन विभाग को पौधारोपण का लक्ष्य मिला था. लक्ष्य के अनुरूप पौधारोपण का दावा भी किया गया, लेकिन धरातल पर पौधे ढूंढे नहीं मिल रहे हैं. बहादुरपुर ब्लॉक में वन विभाग द्वारा लगाए गए पौधों की स्थिति बेहद खराब है. हजारों की संख्या में लगे पौधों में से आधे भी सुरक्षित नहीं हैं. वन विभाग जलजमाव को कारण बताकर पल्ला झाड़ रहा है.
बहादुरपुर ब्लॉक में 22 हजार पौधे लगाए गए थे. पौधे चंदो ताल के पास लगाए गए थे, लेकिन अब यहां गिनती के पौधे ही नजर आते हैं. देखभाल के अभाव में अधिकांश पौधे सूख गए या फिर बेसहारा पशुओं की भेंट चढ़ गए. आलम यह है कि अधिकारियों को दिखाने के लिए ऐसे पौधे लगा दिए गए जो ज्यादा पानी में लग ही नहीं सकते. वर्तमान स्थिति यह है कि आधे से ज्यादा पौधे सूख गए कुछ तो अब क्यारियों में नजर भी नहीं आते हैं.
कर्मचारी ने दी जानकारी
चंदो ताल में काम करने वाले कर्मचारी सलाउद्दीन ने बताया कि सिर्फ अधिकारियों को दिखाने के लिए ऐसे पौधे लगा दिए गए, जो पानी में लगने वाली प्रजाति ही नहीं है. इसलिए जो पानी में लग ही नहीं सकते हैं वह कैसे बच पाएंगे.
स्थानीय राजाराम ने बताया कि चंदो ताल में हमेशा पौधे लगाए जाते हैं, लेकिन वह लगते नहीं हैं. अभी जल्दी ही हजारों पौधे रोपे गए, जिसमें से ज्यादा सूख गए या फिर गिर गए. उन्होंने कहा कि पानी की प्रजाति न होने से ऐसी स्थिति है.
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डीएफओ नवीन शाक्य ने बताया कि 22 हजार पौधे लगाए गए थे, जिसमें से कुछ सूख गए हैं. हम सीडीओ से इसकी जांच करा रहे हैं कि विभागीय गलती से पौधे सूखे हैं या पानी भरने से. डीएफओ ने कहा कि जब पौधे लगे उस वक्त यहां पानी नहीं था. किसी बांध के टूटने से यहां पानी भर गया.