बलिया/बस्ती: देश में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध लगातार जारी है. कई जगह तो यह विरोध हिंसा में तब्दील हो गया. गुरुवार को इस कानून के विरोध में पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी सड़क पर उतरी. राजधानी लखनऊ में गुरुवार को जमकर हिंसा हुई. प्रदेश के अन्य जिलों में भी विरोध हुआ. कई जगह पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़प भी हुई. खास बात ये है कि प्रदर्शन में कई लोग ऐसे भी शामिल हुए हैं जिनको यह पता ही है कि आखिर प्रदर्शन हो क्यों रहा है और सीएए और एनआरसी का मतलब क्या है?
बलिया: NRC और CAA के विरोध में समाजवादी पार्टी गुरुवार को सड़क पर उतर आई. बलिया में सपा कार्यालय से सपाइयों ने जुलूस निकालकर सरकार के फैसले का विरोध किया. इस दौरान पूर्व मंत्री नारद राय ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने संविधान का मजाक बनाया है.
भाजपा ला रही काला कानून
सपा के प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले के अधिकांश थानों की फोर्स के अलावा पुलिस लाइन की फोर्स को रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, भीड़भाड़ वाले इलाकों में तैनात कर रखा था. कलेक्ट्रेट परिसर पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया था. इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री नारद राय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश तोड़ने के लिए काला कानून लागू कर रही है.
नहीं जानते कानून का मतलब और कर रहे प्रदर्शन
बस्ती: जनपद में प्रदर्शन के दौरान युवा और महिलाएं भी शामिल रहीं. जनपद में कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदर्शन में कई लोग ऐसे भी शामिल हुए हैं जिनको यह नहीं पता है कि आखिर प्रदर्शन हो क्यों रहा है? विरोध किसलिए कर रहे हैं? विरोध किसका हो रहा है? और सीएए का मतलब और फुल फॉर्म क्या है? इन्हें यह भी पता नहीं है कि कानून क्या कहता है?
बस्ती में कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कार्तिकेय कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में लोगों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने खूब नारेबाजी भी की. इसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर शिव प्रताप शुक्ला ने ज्ञापन लिया और प्रदर्शन खत्म कराया. पूरे जिले में पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर है.