बस्ती: कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण से बचाव के लिए जिला कारागार में डीएम आशुतोष निरंजन के आदेश पर कैदियों से मुलाकात पर पाबंदी लगा दी गई है. यह व्यवस्था 21 मार्च से प्रभावी चली आ रही है. जेल से पेशी पर अदालत जाने वाले बंदियों पर भी इन दिनों न्यायिक अधिकारियों के आदेश पर रोक लग गई है. 16 मार्च से संतकबीरनगर जनपद न्यायालय में पेशी पर बंदी नहीं भेजे जा रहे हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी की व्यवस्था बनी है. जिला न्यायालय बस्ती में भी बंदियों की पेशी अदालत में न कराकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराई जा रही है.
लेकिन जिस तरह से बस्ती जेल में क्षमता के दोगुने से भी ज्यादा कैदी बंद है वो कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच बड़ी मुश्किल पैदा कर सकते हैं. ऐसे में अभी तक बस्ती जेल से पैरोल पर 15 कैदी छोड़े गए है. जेल अधीक्षक संतलाल ने बताया कि जेल के अस्पताल परिसर में स्थित एक कक्ष में दस बेड का एक आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है और जेल स्टाफ के साथ जेल के अस्पताल में तैनात मेडिकल स्टाफ भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर है.
एसपी ने बताया कि जेल में कैदियों के लिए पर्याप्त संख्या में मास्क व सेनेटाइजर की उपलब्धता है. जेल के सभी स्टॉफ भी पूरी तरह अलर्ट हैं. बता दें जेल की क्षमता 480 कैदियों की हैं, जबकि यह वर्तमान में करीब 1150 बंदी निरूद्ध हैं. इसे देखते हुए भी जेल प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है.