बस्तीः आशिक मिजाज दारोगा दीपक सिंह का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर एडीजी अखिल कुमार खुद जांच करने पहुंचे. जांच के दौरान ही कोतवाल रामपाल यादव, आरोपी दारोगा दीपक सिंह को निलंबित कर दिया गया. वहीं दो बजे सूचना आई की शासन ने एसपी हेमराज मीणा पर भी गाज गिरा दी है और उन्हें डीजीपी कार्यालय से अटैच कर दिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महिला आयोग की सख्ती पर प्रशासन में हड़कंप मच गया है. इस प्रकरण की जांच करने एडीजी, कमिश्नर और डीएम पीड़िता के गांव पहुंचे.
युवती को भेजे थे अश्लील मैसेज
बस्ती कोतवाली थाना क्षेत्र के पोखरभिटवा गांव में युवती को दारोगा द्वारा अश्लील मैसेज करने के मामले में एडीजी गोरखपुर अखिल कुमार, आयुक्त बस्ती मंडल अनिल कुमार सागर और डीएम बस्ती सौम्या अग्रवाल पुलिस और प्रशासनिक अमले के साथ पहुंची. पुलिस और प्रशासन की टीम ने दारोगा पर आरोप लगाने वाली युवती, उसके परिजनों और अन्य ग्रामीणों से बात की.
दारोगा ने दर्ज किए थे आठ मुकदमे
दारोगा पर आरोप है कि जब युवती ने असली मैसेज करने का विरोध किया तो उन्होंने परिजनों के खिलाफ ताबड़तोड़ आठ मुकदमे दर्ज करा दिए. जबकि दारोगा का कहना है कि चकरोड के विवाद को निपटाने के लिए वह मौके पर गए थे. इस दौरान युवती के परिजनों ने बंधक बनाकर उनकी पिटाई कर दी.
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मामले की शिकायत होने पर पुलिस अधीक्षक बस्ती ने दारोगा को अक्टूबर 2020 में ही लाइन हाजिर कर दिया था. पीड़ित युवती ने राज्य महिला आयोग और सीएम योगी का दरवाजा खटखटाया तो इसे आयोग व मुख्यमंत्री ने काफी गंभीरता से लिया. आयोग ने प्रकरण की नए सिरे से जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिये. जांच के क्रम में शनिवार को एडीजी समेत प्रशासन के आला अधिकारी कोतवाली थाना क्षेत्र के पोखर बिटवा गांव पहुंचे और सभी बिंदुओं पर जांच शुरू की.