ETV Bharat / state

बस्ती: जिला अस्पताल के इमेरजेंसी वार्ड में घंटों पड़ी रही लाश, मरीज परेशान

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला अस्पताल में कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई. मरीज का शव करीब 6 घंटे तक इमरजेंसी वार्ड के बेड पर ही पड़ा रहा.

जिला अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड
जिला अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड
author img

By

Published : Jun 9, 2020, 12:38 PM IST

Updated : Jun 18, 2020, 12:24 PM IST

बस्ती: जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सोमवार को मरीज की मौत के बाद करीब 6 घंटे तक उसका शव बेड पर ही पड़ा रहा. 8 जून को तबीयत खराब होने के चलते युवक को जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. जहां सुबह करीब 11 बजे उसकी मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन ने शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई. शाम तक शव वॉर्ड के बेड पर ही पड़ा रहा. जिससे अन्य भर्ती मरीज काफी परेशान दिखे.

अस्पताल के इमेरजेंसी वार्ड में घंटो पड़ी रही लाश
इमरजेंसी वार्ड के बेड से शव को न हटाने में हो रही देरी से दूसरे मरीज और तीमारदार परेशान हो गए. लोगों में कोरोना से मौत की दहशत फैलने लगी. इमरजेंसी वार्ड में भर्ती दूसरे मरीज के परिजनों ने शव हटाने के लिए कई बार अस्पताल के कर्मचारी से गुहार लगाई, लेकिन कोई भी कर्मचारी शव को इमरजेंसी से हटाने की जहमत नहीं उठाई.

6 घंटे तक पड़ा रहा शव

अस्पताल में पहले से भर्ती मरीजों ने बताया कि करीब 6 घंटे बाद अस्पताल के कर्मचारियों की नींद खुली तो उन्होंने शव को इमरजेंसी वार्ड के बेड से हटाया. अस्पताल के कर्मचारियों की इस घोर लापरवाही की वजह से अन्य स्वस्थ मरीजों की जान आफत में पड़ सकती थी. लेकिन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बजाए दूर भागते नजर आए.

मृतक के परिजन ने बताया कि तबीयत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान मौत हो गई. शव ले जाने के लिए अस्पताल की ओर से वाहन नहीं दिए गए. 6 घंटे तक शव इमरजेंसी के वार्ड में ही बेड पर पड़ा रहा. जिम्मेदार वार्ड बॉय, नर्स या डॉक्टर कोई ध्यान नहीं दिया.

बस्ती: जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सोमवार को मरीज की मौत के बाद करीब 6 घंटे तक उसका शव बेड पर ही पड़ा रहा. 8 जून को तबीयत खराब होने के चलते युवक को जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. जहां सुबह करीब 11 बजे उसकी मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन ने शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई. शाम तक शव वॉर्ड के बेड पर ही पड़ा रहा. जिससे अन्य भर्ती मरीज काफी परेशान दिखे.

अस्पताल के इमेरजेंसी वार्ड में घंटो पड़ी रही लाश
इमरजेंसी वार्ड के बेड से शव को न हटाने में हो रही देरी से दूसरे मरीज और तीमारदार परेशान हो गए. लोगों में कोरोना से मौत की दहशत फैलने लगी. इमरजेंसी वार्ड में भर्ती दूसरे मरीज के परिजनों ने शव हटाने के लिए कई बार अस्पताल के कर्मचारी से गुहार लगाई, लेकिन कोई भी कर्मचारी शव को इमरजेंसी से हटाने की जहमत नहीं उठाई.

6 घंटे तक पड़ा रहा शव

अस्पताल में पहले से भर्ती मरीजों ने बताया कि करीब 6 घंटे बाद अस्पताल के कर्मचारियों की नींद खुली तो उन्होंने शव को इमरजेंसी वार्ड के बेड से हटाया. अस्पताल के कर्मचारियों की इस घोर लापरवाही की वजह से अन्य स्वस्थ मरीजों की जान आफत में पड़ सकती थी. लेकिन जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने के बजाए दूर भागते नजर आए.

मृतक के परिजन ने बताया कि तबीयत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान मौत हो गई. शव ले जाने के लिए अस्पताल की ओर से वाहन नहीं दिए गए. 6 घंटे तक शव इमरजेंसी के वार्ड में ही बेड पर पड़ा रहा. जिम्मेदार वार्ड बॉय, नर्स या डॉक्टर कोई ध्यान नहीं दिया.

Last Updated : Jun 18, 2020, 12:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.