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आरटीआई में हुआ बड़ा खुलासा, फर्जी मेडिकल रिपोर्ट से 300 से अधिक निर्दोष भेजे गए जेल

उत्तर प्रदेश में आरटीआई से एक बड़ा खुलासा हुआ है. बहराइच जिला अस्तपाल में तैनात एक्सरे टेक्नीशियन और डॉक्टर ने मिलकर कई फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार कीं और 300 से अधिक निर्दोष लोगों को जेल भिजवा दिया. इस मामले की जांच बस्ती क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है.

आरटीआई में हुआ बड़ा खुलासा
आरटीआई में हुआ बड़ा खुलासा
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Published : Aug 21, 2021, 5:37 PM IST

बस्ती: बहराइच जिले में फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने के मामले का खुलासा आरटीआई से हुआ है. यहां जिला अस्पताल में तैनात एक्स-रे टेक्नीशियन और डॉक्टर के कारण सैकड़ों निर्दोष लोगों को जेल जाना पड़ा. इस मामले की जांच बस्ती जिले की क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है.

फर्जी मेडिकल रिपोर्ट के बारे में जानकारी देता पीड़ित सुंदर लाल

पीड़ित सुंदर लाल ने आरटीआई दायर की थी. जब इसका जवाब आया तो जिला अस्पताल के कर्मचारियों के इस गोरखधंधे की पोल खुली. आरटीआई में बताया गया कि अब तक 300 से अधिक फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार कर पुलिस थाने और कोर्ट को भेजी गई थीं, जबकि असली मेडिकल रिपोर्ट को अस्पताल में ही दबाकर रखा गया था. जेल से छूटने के बाद सुंदर लाल ने आरटीआई लगायी तो जवाब मिलने के बाद उनको इस फर्जीवाड़े का पता चला. सुंदर लाल को 2007 में जेल जाना पड़ा था. इसके बाद उनका जीवन बर्बाद हो गया. सुंदर लाल ने बताया कि सामान्य मारपीट के मामले में फर्जी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ धारा 308 लगा दी गई.

ये भी पढ़ें- इस सीट पर विधायक से ज्यादा 'राजा भैया' की अस्मिता दांव पर, क्या 2022 में पलटेगी बाजी


सुंदर लाल ने कहा कि जिला अस्पताल के डॉक्टर ओपी सिंह और एक्स-रे टेक्नीशियन राकेश प्रताप सिंह ने मिलकर जाली मेडिकल रिपोर्ट और एक्सरे रिपोर्ट तैयार करके संबंधित थाने को दी थी. पुलिस ने एक्स-रे रिपोर्ट को सच मानकर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया था. इस तरह से 300 से अधिक लोगों को जेल भेजा गया था.

ये भी पढ़ें- 5 महिलाओं ने की ज्ञानवापी मस्जिद में पूजा करने की मांग, कोर्ट ने सरकार ने मांगा जवाब

एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि इस मामले में बहराइच में मुकदमा पहले ही दर्ज किया जा चुका है. इस प्रकरण की विवेचना की जा रही है. हाईकोर्ट ने भी इस मामले का संज्ञान लिया था. विवेचना पूरी होते ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. होईकोर्ट ने इस मामले में दो माह में कार्रवाई पूरी करने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.

बस्ती: बहराइच जिले में फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने के मामले का खुलासा आरटीआई से हुआ है. यहां जिला अस्पताल में तैनात एक्स-रे टेक्नीशियन और डॉक्टर के कारण सैकड़ों निर्दोष लोगों को जेल जाना पड़ा. इस मामले की जांच बस्ती जिले की क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है.

फर्जी मेडिकल रिपोर्ट के बारे में जानकारी देता पीड़ित सुंदर लाल

पीड़ित सुंदर लाल ने आरटीआई दायर की थी. जब इसका जवाब आया तो जिला अस्पताल के कर्मचारियों के इस गोरखधंधे की पोल खुली. आरटीआई में बताया गया कि अब तक 300 से अधिक फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार कर पुलिस थाने और कोर्ट को भेजी गई थीं, जबकि असली मेडिकल रिपोर्ट को अस्पताल में ही दबाकर रखा गया था. जेल से छूटने के बाद सुंदर लाल ने आरटीआई लगायी तो जवाब मिलने के बाद उनको इस फर्जीवाड़े का पता चला. सुंदर लाल को 2007 में जेल जाना पड़ा था. इसके बाद उनका जीवन बर्बाद हो गया. सुंदर लाल ने बताया कि सामान्य मारपीट के मामले में फर्जी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ धारा 308 लगा दी गई.

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सुंदर लाल ने कहा कि जिला अस्पताल के डॉक्टर ओपी सिंह और एक्स-रे टेक्नीशियन राकेश प्रताप सिंह ने मिलकर जाली मेडिकल रिपोर्ट और एक्सरे रिपोर्ट तैयार करके संबंधित थाने को दी थी. पुलिस ने एक्स-रे रिपोर्ट को सच मानकर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया था. इस तरह से 300 से अधिक लोगों को जेल भेजा गया था.

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एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि इस मामले में बहराइच में मुकदमा पहले ही दर्ज किया जा चुका है. इस प्रकरण की विवेचना की जा रही है. हाईकोर्ट ने भी इस मामले का संज्ञान लिया था. विवेचना पूरी होते ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. होईकोर्ट ने इस मामले में दो माह में कार्रवाई पूरी करने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.

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