बस्तीः अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास बस्ती जनपद में शुक्रवार को एबीवीपी के सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने पहुंचे. जहां उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर भविष्यवाणी करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के जलने का समय आ गया है. वहीं, शालिग्राम शिला पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा यह एक पवित्र पत्थर है. जिससे भगवान राम और सीता माता की प्रतिमा बनाई जाएगी.
बस्ती में एबीवीपी के सम्मेलन में महंत राजूदास ने कहा कि नेपाल से आईं शालिग्राम शिला से भगवान राम और सीता माता की मूर्ति बनाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि पीठाधीश्वर महंत परमहंस दास द्वारा दिये गये बयान कि शालिग्राम में खुद भगवान वास करते हैं. शालिग्राम पर छेनी हथौड़ी चलाई गई तो वे अन्न जल का त्याग कर अपना जीवन समाप्त कर लेंगे, पर उन्होंने कहा कि ऐसे बयान की वह निंदा करते हैं. महंत राजूदास ने कहा कि उनके द्वारा ऐसा बयान दिया जाना धर्म विरोधी है. उनका जीवन इतना सस्ता भी नहीं है, जो वे बार बार आत्महत्या करने की बात करते हैं. महंत राजूदास ने परमहंस दास के बयान पर कहा कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए लोग तमाम प्रकार की बात करते हैं. शालिग्राम शिला पूज्यनीय है. जिसको हम स्वयंभू कहते हैं. जिस शालिग्राम शीला का आकार छोटा होता है. उन पर छीनी हथौड़ी नहीं चल रही है. उन्होंने कहा कि पीठाधीश्वर महंत परमहंस अपने उद्देश्य से भटक गए हैं. इस वजह से उनका ये बयान सामने आया है.
वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्या के रामचरितमानस के बयान पर उन्होंने कहा कि विनाश काले विपरीत बुद्धि. जब पतंगे की मौत आती है, तो वह दीए की तरफ भागता है. जैसे ही वह दीए के पास जाता है. जलकर भस्म हो जाता है. उसी तरह स्वामी प्रसाद मौर्य के जलने का समय आ गया है. अब वे भस्म हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य कोई धर्म गुरु नहीं हैं. वो एक राजनेता है. अगर वह इस्लाम या ईसाई के बारे में कमेंट किए होते, तो अब तक उनके 72 टुकड़े हो गए होते. महंत राजूदास ने कटाक्ष करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जिस भी दल में रहते हैं, उसका बंटाधार हो जाता है. वो खुद भी चुनाव हार गए हैं. अब सपा में शामिल होते ही उस पार्टी का भी बेड़ा गर्क कर दिया है.