बस्ती: परशुरामपुर थाना क्षेत्र के केशवपुर गांव में भू-माफिया ने एक परिवार की जमीन पर कब्जा कर लिया है. वहीं पीड़ित और उसका परिवार परिवार पिछले 40 साल से इस जमीन पर काबिज था. पीड़ित परिवार के मुखिया भोला ने बताया कि उसकी जमीन घाघरा नदी की कटान में चली गई थी, जिस वजह से प्रशासन ने उसे विस्थापित के तौर पर यहां जमीन दी थी.
रातों-रात हुई जमीन पर बाउंड्री
आरोप के मुताबिक गांव के प्रधान के पति रामदुलारे की नजर भोला की जमीन पर पड़ गई. भोला की जमीन एनएच 28 से सटी जमीन है, जिसे वह बेचकर मोटी रकम हासिल करना चाहता है. रामदुलारे ने साजिश के तहत उनकी जमीन से टीन और छप्पर उखाड़ फेंका. इसके बाद बिना किसी प्रस्ताव और बजट के ही प्रशासन की जमीन पर बिल्डिंग का निर्माण शुरू हो गया. जमीन पर आंगनबाड़ी केंद्र का बोर्ड लगाकर रातों-रात एक घर और बाउंड्री बनाकर कब्जा जमा लिया.
पीड़ित की पिटाई
पीड़ित भोला ने बताया कि उसकी इस जमीन का विवाद सरकार से चकबंदी में चल रहा है, जबकि उसके पास किसी भी निर्माण कार्य को न करने का स्थगन आदेश भी है. इसके बावजूद प्रधान ने गुंडई के बल पर जमीन पर कब्जा कर लिया. इतना ही नहीं जब भोला और उसके परिवार ने जमीन पर निर्माण रोकने की कोशिश की तो दबंगो ने उसकी जमकर पिटाई की और उसकी बेटी के साथ दुर्व्यवहार किया.
मंडल के कमिश्नर अनिल सागर ने बताया कि एसडीएम से मामले की जांच कराई जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. जिले में कहीं भी अगर कोई सरकार की जमीन या किसी गरीब की जमीन कब्जाने का प्रयास करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.