बाराबंकी: जिले में गरीब परिवारों को सस्ते दर पर राशन देने की सरकार की मंशा पर जिम्मेदार पानी फेर रहे हैं. कुदरहा ब्लॉक के अमरौना गांव में 25 जुलाई 2019 को अधिकारियों के द्वारा कोटे का चयन हुआ, लेकिन फर्जी तरीके से कोटे की दुकान हासिल करने वाले नटवरलाल कोटेदार नंदलाल की पोल खुल गयी.
एसडीएम ने जांच कराकर कोटा निरस्त किया
फर्जी तरीके से हस्ताक्षर कराकर गांव के प्रधान रामदीन यादव और सेक्रेटरी वीरेंद्र की मिलीभगत से फर्जी कोटे का चयन भी कर लिया गया. इसके बाद नटवरलाल कोटेदार ने जिला पूर्ति विभाग से राशन भी ले लिया लेकिन उस राशन की वह कालाबाजारी कर गरीबों के पेट पर सेंधमारी कर ली. लेकिन जब एसडीएम ने जांच कराई तब जाकर मामले का खुलासा हुआ. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए तत्काल कोटा निरस्त कर दिया गया. वहीं अभी तक सेक्रेटरी और प्रधान के खिलाफ दोषी पाए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.