बस्ती: कर्मचारी शिक्षक, अधिकारी व पेंशनर्स अधिकार मंच उ.प्र. प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर विभिन्न संगठनों से जुड़े हजारों कर्मचारियों, शिक्षकों ने डीएम ऑफिस के पास धरना देने के साथ ही एक सभा भी की. सभा के बाद 11 सूत्रीय मांग पत्र अपर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया. वक्ताओं ने चेतावनी दिया कि अगर उनकी समस्याओं का हल न निकाला गया तो 30 नवम्बर को लखनऊ के इको गार्डन पार्क में प्रदेश के लाखों कर्मचारी, शिक्षक अपने अधिकारों के लिए जुटेंगे और आर-पार के संघर्ष की घोषणा प्रदेश नेतृत्व द्वारा किया जायेगा.
धरने को प्राथमिक शिक्षक संघ सहित अन्य विभाग के पदाधिकारियों ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार शिक्षक और कर्मचारियों की मांगों को पूरा कर पुरानी पेंशन नीति लागू करने सहित 11 सूत्रीय मांगों पर शीघ्र निर्णय लें. पिछले साढे़ चार वर्षों से कर्मचारी, शिक्षक हितों की लगातार अनदेखी की जा रही है.
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वक्ताओं ने कहा कि पेंशन कर्मचारियों के वृद्धावस्था की लाठी है, सरकार को उसे तोड़ने की जगह पुर्नविचार कर बहाल किया जाना चाहिए. कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कैशलेश चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, अवकाश नगदीकरण की सीमा 300 से बढ़ाकर 600 दिन किए जाने, फील्ड कर्मचारियों को मोटर साइकिल भत्ता दिये जाने, संविदा आउट सोर्सिंग मानदेय कर्मचारियों को नियमित किये जाने की मांगें तत्काल मान ली जानी चाहिए. अगर मांगें न मानी गईं, तो आगामी 30 नवम्बर को लखनऊ के इको गार्डन पार्क में प्रदेश के लाखों कर्मचारी, शिक्षक अधिकारों के लिए जुटेंगे और आगामी आन्दोलन की घोषणा प्रदेश नेतृत्व द्वारा की जायेगी.