बस्ती: जिले की एक महिला अधिकारी पर लगाए गए सनसनी खेज आरोप के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. महिला नायब तहसीलदार के उन सभी आरोपों पर पूर्ण विराम लग गया है, जिसमें उन्होंने अपने साथी अधिकारी नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला पर दिवाली के दिन उनके आवास में घुसकर रेप की कोशिश करने और नाकाम होने पर हत्या करने की बात कही थी. शासन को भेजी गई विशाखा की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि महिला नायब तहसीलदार द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं. वारदात के दिन कोई एक और शख्स भी महिला नायब तहसीलदार के आवास पर मौजूद था.
इस प्रकरण में विशाखा की रिपोर्ट सामने आने के बाद शासन, प्रशासन और समाज की नजर में दोषी बन चुके नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को जरूर थोड़ी राहत मिली है. महिला नायब तहसीलदार द्वारा लगाए गए आरोप के बाद शासन के निर्देश पर डीएम आंद्रा वामसी ने इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए तीन महिला अधिकारियों की एक टीम गठित की थी. विशाखा की टीम ने इस मामले की गहनता से जांच शुरू की थी. इस टीम में एक डीएसपी रैंक की अधिकारी सहित दो प्रशासनिक महिला अधिकारी शामिल थीं. इन्होंने महिला नायब तहसीलदार द्वारा लगाए गए आरोपों की छानबीन की.
टीम ने डीएम को प्रेषित रिपोर्ट में बताया कि घटना के दिन महिला नायब तहसीलदार के आवास पर एक अन्य व्यक्ति भी था, जिसकी आहट सुनकर नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला उनके घर गए थे. वहां अनजान युवक उन्हें देखते ही मौके से चला गया. जांच टीम का कहना है कि दोनों नायब तहसीलदार का आवास अगल-बगल में हैं. इस वजह से दोनों अधिकारियों के बीच अच्छी दोस्ती भी है. दिवाली के दिन दोनों अधिकारियों ने साथ में एक रेस्टोरेंट में खाना भी खाया था.
उसी रात में महिला नायब तहसीलदार के वाट्सएप से नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को कई बार फोन भी गया था. इसमें नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को महिला नायब तहसीलदार के फोन से किसी पुरुष द्वारा धमकी भी दी गई थी. इसी बात की तस्दीक करने के लिए नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला महिला नायब तहसीलदार के आवास पर पहुंचे थे. वहां उन्हें देखते ही दूसरा अनजान व्यक्ति मौके से निकलया गया.
वहीं विशाखा की जांच टीम में शामिल अधिकारियों को महिला नायब तहसीलदार ने बताया कि देर रात उनके आवास पर नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला जबरन आए और उनके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की थी. इतना ही नहीं रेप में नाकाम होने पर उनकी हत्या का प्रयास किया गया. इन सभी आरोपों को लेकर नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला के खिलाफ महिला नायब तहसीलदार ने कोतवाली में कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था. लेकिन, शासन को भेजी गई विशाखा की इस रिपोर्ट से दोनों पुरुष और महिला नायब तहसीलदार के साथ एक अन्य किरदार का नाम सामने आना, कई सवाल खड़े कर रहा है. लोग जानना चाहते हैं कि आखिर सच क्या है?
विशाखा की जांच रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई कि महिला नायब तहसीलदार बस्ती से पहले बलरामपुर जिले में तैनात थीं. अक्सर बलरामपुर जिले के रहने वाले शुभम श्रीवास्तव नाम के किसी व्यक्ति द्वारा नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को धमकी भरे फोन आया करते थे. कहा जाता था कि महिला नायब तहसीलदार से दूर रहो, वरना बुरा अंजाम होगा. इन सभी आरोपी को लेकर दोनों अधिकारियों के बीच जंग छिड़ गयी. महिला नायब तहसीलदार ने एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपी नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला की तत्काल गिरफ्तार की मांग की थी. लेकिन, बस्ती डीएम के नेतृत्व में विशाखा की जांच रिपोर्ट में यह नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को क्लीन चिट दी गयी है.
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