बस्ती: जिले को ओडीएफ घोषित तो जरूर कर दिया गया लेकिन ग्रामीण इलाकों में आज भी शौचालय नाम की चिड़िया कहीं नजर नहीं आती. वहीं आज भी लोग बाहर शौच जाने को मजबूर हैं. साथ ही 3 लाख से अधिक परिवार शौचालयविहीन हैं और 40 हज़ार शौचालय सिर्फ कागजों में बना दिए गए. जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत शौचालय निर्माण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
वहीं इस मामले पर डीएम आशुतोष निरंजन का कहना था कि शौचालय निर्माण में लापरवाही बरतने पर तीन ग्राम पंचायतों के सचिवों को निलंबित किया गया है. साथ ही 42 सचिवों को आरोप पत्र दिए गए हैं. वहीं 42 सचिवों की एक महीने की वेतन वृद्धि बाधित की गई है.सुपरविजन कार्य के जिम्मेदार 14 एडीओ पंचायत को प्रतिकूल प्रविष्टि और तीन का एक महीने का वेतन वृद्धि बाधित किया गया है. वहीं मार्च माह तक हर घर को शौचालय से आच्छादित किया जाना है, जिसके लिए 27 हजार 650 परिवार चिह्नित किए गए हैं. साथ ही 15 फरवरी से 15 मार्च तक विशेष अभियान चलाकर प्रतिदिन 988 शौचालय का निर्माण कर इन परिवारों को आच्छादित किया जाएगा.
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