बस्ती: शिक्षा विभाग और स्कूलों की जमीनी हकीकत जानने गुरुवार को जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव शहर में निकलीं. जिलाधिकारी ने स्कूलों में शिक्षकों के साथ ही छात्रों की उपस्थिति और नामांकन की स्थिति देखी. वहीं जिलाधकारी ने स्कूल में बच्चों के शैक्षणिक ज्ञान का स्तर भी परखा. शहर के कटरा प्राथमिक विद्यालय में बच्चे सामान्य बात बताने में हिचकिचाए तो डीएम शिक्षक बन गईं.
जिलाधिकारी बन गई शिक्षक-
- डीएम कटरा स्कूल पर पहुंचीं और बच्चों को पढ़ाया.
- डीएम ने बच्चों को करीब आधे घंटे तक शिक्षक की तरफ ब्लैक बोर्ड पर चाक से लिखना-पढ़ना सिखाया.
- इस दौरान शिक्षा विभाग के अफसरों के अलावा शिक्षकों की भी सांसें अटकी रही.
- सबसे पहले वह बैरिहवां प्राथमिक विद्यालय पर पहुंची. यहां प्रधानाध्यापक नीता सिंह मौजूद थीं.
- स्कूल में 66 बच्चों का नामांकन बताया गया, जबकि उपस्थिति 34 बच्चे ही रहे.
- कक्षा एक और दो के बच्चे एक कमरे में, जबकि तीन और चार के बच्चे एक कमरे में बैठते हैं.
- यहां डीएम ने बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति और विद्यालय में जलजमाव की समस्या दूर करने का निर्देश दिया.
- डीएम ने मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार ही बच्चों को देने को कहा.
- वहीं बैरिहवां स्कूल परिसर में ही आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है.
- डीएम के निरीक्षण के समय यह बंद मिला.
- नाराज डीएम ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को कार्यकर्ता और सहायिका को निलंबित करने का निर्देश दिया.
जिलाधिकारी कटरा प्राथमिक विद्यालय पर पहुंची. यहां विद्यालय में जलजमाव मिलने पर नाराजगी जताई. यहां कुल 69 बच्चे पंजीकृत बताए गए. हालांकि स्कूल में 34 बच्चे ही उपस्थित मिले. शिक्षा की गुणवत्ता परखने को बच्चों से कक्षा में सवाल पूछे तो सिर्फ दो बच्चे ही जवाब दे पाए.
बच्चों की बेहतर शिक्षा के प्रति हम पूरी तरह से सजग हैं. इसी कड़ी में आज दो विद्यालयों का निरीक्षण किया गया, जहां शिक्षकों को शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार का निर्देश दिया गया. वहीं आशा कार्यकत्री और सहायिका को निलंबित किया गया है.
माला श्रीवास्तव, डीएम